Monday, December 23

पटनाः रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी में टूट हो गई है. पार्टी के बागी नेताओं ने मिलकर एलजेपी से अलग पार्टी एलजेपी सेक्युलर का गठन किया है. इस नई पार्टी में एलजेपी के पूर्व सांसद समेत राष्ट्रीय महासचिव तक शामिल हैं. इसमें सबसे मुख्य राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा शामिल है, जिन्होंने अलग मोर्चे का ऐलान किया है.

एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान को बड़ा झटका लगा है. एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा ने एलजेपी सेक्युलर पार्टी के गठन का ऐलान किया है. सत्यानंद शर्मा समेत एलजेप के 116 पदाधिकरारियों ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है. इन लोगों ने मिलकर अलग मोर्चे का ऐलान किया है.

सत्यानंद शर्मा ने अलग पार्टी का गठन करते हुए रामविलास पासवान पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एलजेपी में परिवारवाद और भ्रष्टाचार दोनों हावी हो गई है. उन्होंने पार्टी पर पैसा लेकर टिकट बांटने का भी आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा कि एलजेपी में ऐसे लोगों को टिकट दिया जा रहा है जो पार्टी में शामिल हुए एक दिन हुआ और उन्हें टिकट दे दिया गया. साथ ही केवल अपने परिवार के लोगों को पार्टी प्रमुख टिकट दे रही है.

शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी संगठन से जुड़े लोगों से लगातार अनदेखी कर रही है. यह केवल परिवार को ही अहमियत दे रही है.

आपको बता दें, कि एलजेपी ने लोकसभा चुनाव 2019 में छह सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और सभी सीटों पर जीत हासिल की. इसमें रामविलास पासवान के परिवार के लोग ही चुनाव लड़ रहे थे. रामविलास पासवान ने अपने परंपरागत सीट हाजीपुर से भी अपने भाई को टिकट दिया था. जबकि जमुई सीट पर बेटे चिराग पासवान को टिकट दिया गया.