उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, ‘राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया, हालांकि हम सफल नहीं हुए.’हरीश ही नहीं पूरी कांग्रेस 2014 के बाद से इसी उम्मीद में है लेकिन राहुल जहां NOTA के चलते 3 राज्य जीत गए थे उन्हीं राज्यों में मात्र 6 महीने बाद अपनी साख लुटा बैठे। अमेठी की तो बात ही अलग है। राहुल गांधी के क्षत्रपों को पहले ही से अंदेशा था कि राहुल दशकों पुरानी अपनी पारिवारिक सीट भी बुरी तरह हार जाएँगे इसी लिए उन्हे वायनाड से भी चुनाव लड़वाया गया। हाँ यह ज़रूर है कि कॉंग्रेस 2014 में 44 के मुक़ाबले 2019 में 52 सीटें हासिल करने में कामयाब रही इस भरोसे हरीश रावत को यकीन है की एक न एक दिन रहल ए नेतृत्व में वह ज़रूर जीतेंगे।
नई दिल्ली: कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के अध्यक्ष बने रहने पर जोर दिए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बृहस्पतिवार को कहा कि गांधी के नेतृत्व में देश की सबसे पुरानी पार्टी हार को जीत में बदल सकती है.
रावत ने यहां कहा,‘रणदीप सुरजेवाला जी ने जो कहा है मैं उसी को दोहराता हूं कि राहुल गांधी अध्यक्ष थे, हैं और रहेंगे. देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल जी अध्यक्ष बने रहें. उनके नेतृत्व में कांग्रेस हार को जीत में बदल सकती है.’’
राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने एक अच्छा चुनावी अभियान चलाया, हालांकि हम सफल नहीं हुए. अब हमें पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ काम करना है. संगठन को मजबूत करना है ताकि आरएसएस और भाजपा के दुष्प्रचार को विफल किया सके.’’
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश से जुड़े सवाल पर कहा, ‘रणदीप सुरजेवाला ने कल जो कहा था उसके बाद में स्थिति में कोई बदलाव नहीं है. यथास्थिति बनी हुई है.’’
दरअसल, राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही अटकलों पर फिलहाल विराम लगाते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि गांधी पार्टी अध्यक्ष थे, हैं और आगे भी बने रहेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी के मार्गदर्शन में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनौपचारिक बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह टिप्पणी की थी.