अजय कुमार (फोटो और ख़बर) , पंचकूला:
पंचकूला नागरिक अस्पताल सैक्टर 6 के प्रसूति प्रतीक्षागृह में इंतजार करते मरीजो के परिजनों की दशा देखकर ऐसा लगता है कि शायद हम किसी छोटे से कस्बे के किसी अस्पताल की सराय में आ गए है।पंचकूला के प्रतिष्ठित सैक्टर 6 में सिथत अस्पताल के प्रतीक्षागृह में लोग जिनमे बच्चे, औरते व बुजुर्ग भी शामिल हो,जमीन पर लेटे हुए अस्त-व्यस्त सिथति में देखे जा सकते हैं।
पारा 43 डिग्री के चलते लोग इस भयंकर गर्मी में भी अपने अपने मरीजो की देखभाल के लिए आने पर मजबूर है। इनके लिए प्रतीक्षागृह में ना तो पंखों का इंतजाम है और ना ही लेटने व आराम करने का कोई साधन है तिसपर बिना पर्दो की खिड़कियों से आती चिलचिलाती धूप में बैठने को लेकर मजबूर हैं। ऐसे बदइंतजाम अगर पंचकूला जैसे शहर में है तो बाकी अस्पतालों का आलम क्या होगा।
मंगल ग्रह पर जाने को हम सक्षम है, बुलेट ट्रेन की सवारी के लिए तैयारी पर है लेकिन जनस्वास्थ्य की बुनियादी सेवाओ के हालात देखकर हमे अपने समाजवाद पर रोना आता है।