Monday, December 23

ममता के बंगाल में “कुछ तो गड़बड़ है” वाले हालात हैं। चुनाव परिणाम आए तरीबन 21 दिन बीत गए हैं परंतु राजनैतिक हत्याओं का दौर अभी खत्म नहीं हो रहा। आए दिन भाजपा कार्यकर्ताओं कि हत्या की या फिर उनके संस्कार को ले कर ख़बरें आती जा रहीं हैं, सूत्रों की मानें तो इन सबे पीछे ममता बेनर्जी का तृणमूल के गुंडों पर उनका वरदहस्त होना और ममता के भड़काऊ भाषण हैं।

हावड़ाः पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसाओं को दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कभी राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस बीजेपी पर अपने कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाती है तो कभी बीजेपी टीएमसी पर अपने कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाती है. सोमवार को बीजेपी ने दावा किया हावड़ा में उसके एक समर्थक को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने सिर्फ इस लिए मार डाला क्योंकि वह जय श्री राम के नारे लगा रहा था. समतुल डोलोई नाम के इस शख्स की  उम्र 43 साल बताई जा रही है. पुलिस ने मौत की पुष्टि की है समतुल डोलोई का शव अमता थाना क्षेत्र के सरपोता गांव में मिला था. हालांकि पुलिस ने मौत के कारणों पर कुछ भी नहीं कहा है. 

स्थानीय सूत्रों के अनुसार डोलोई रविवार रात एक समारोह में गया था लेकिन घर नहीं लौटा. उसका शव सोमवार को मिला जिसके गले में फंदा था. बीजेपी की हावड़ा ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष अनुपम मलिक ने दावा किया कि डोलोई उनकी पार्टी का समर्थक था और ‘जय श्री राम’ बोलने पर तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उसकी हत्या कर दी.