अशोक वर्मा, पंचकुला:
मुख्यमंत्री के समक्ष पंचकूला क्षेत्र में चल रही अवैध माइनिंग की पोल खुल गई अब देखना यह है कि किस किस पर गाज गिरेगी । माइनिंग व्यापारी ही सम रूप से अवैध खनन करते हैं। इसमें दिलचस्प बात यह है कि सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के नेता ही इन कार्यों में संलिप्त हैं।
भूरीवाला में कचरा प्रबन्धन प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री पंचकूला आ रहे थे उस समय भानु में एक ट्रक जो कि अवैध खनन का माल ले जा रहा था काफिले के सामने आ गया अपने को परेशानी में देखकर ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
आखिर कहां से व किसके इशारे पर पंचकूला में हो रही है अवैध माइनिंग, और इसमें किस किस का हाथ है? : योगेश्वर शर्मा
आम आदमी पार्टी का कहना है कि अब तो हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी अपनी आंखों से पंचकूला में चल रही अवैध माइनिंग का नजारा देख लिया है। ऐसे में हरियाणा सरकार की भ्रष्टाचार की पोल खुद मुख्यमंत्री के सामने भी खुल गई है। ऐसे में सावाल उठता है कि आखिर कहां से व किसके इशारे पर यह अवैध माइनिंग हो रही है, ओर इसमें किस किस का हाथ है? कितना माल किसके क्रेशर पर जाता है ? सरकार इस पर सख्त कारवाई करे। पार्टी का कहना है कि अब मुख्यमंत्री को यह तय करना है कि भ्रष्टाचारियों को बख्शना है या उन पर सख्त कारवाई करनी है।
पिछले दिनों आबकारी विभाग द्वारा अवैध खनन का माल ले जाते करीब दस ट्रक कब्जे में लिए गए थे जिस पर एक सौ अठारह प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। जबकि ट्रक मालिक प्रदीप शर्मा का कहना है कि विभाग उन पर अवैध ढंग से सौ प्रतिशत थोप रहा है जो की गलत है। उन्होंने मांग की कि विभाग कानून के हिसाब से अठारह जमा अठारह का जुर्माना लगा सकता है । अपनी मांग को लेकर उन्होंने आबकारी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त विद्या सागर का पंचकुला के पी डब्लयू डी गेस्ट हाउस के बाहर घेराव किया । विद्या सागर वहाँ एक कार्यालय की बैठक में भाग लेने गए थे।
अतिरिक्त आयुक्त से बातचीत के बाद घेराव खत्म कर दिया गया और घेराव करने वालो और मीडिया को बताया गया कि यह एक छोटा सा मामला है जो निपटा लिया गया है। ऐसा प्रदीप शर्मा और अतिरिक्त आयुक्त विद्या सागर ने कहा।
बात हास्यास्पद यह है कि अवैध व्यापार करने वाला व्यक्ति विभाग द्वारा लगाई जाने जुर्माने को अवैध ठहरा रहा है।
इस संवाददाता द्वारा अगली कार्यवाही के बारे में जब अतिरिक्त उपायुक्त से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे।