हार राहुल गांधी के हाथ मजबूत कर गयी। सीडबल्यूसी की मंत्रणा ए पश्चात यह फैसला लिया गया कि पार्टी के हित में राहुल गांधी का न केवल अध्यक्ष पद पर बने रहना ज़रूरी है अपितु अब समय आ गया है कि संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए संगठन के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाया जाये।
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार के बाद पार्टी ने मंथन के लिए शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी जिसे सभी सदस्यों ने खारिज कर दिया. हालांकि अब यह खबर सामने आ रही है कि राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए है. उन्होंने कहा, मैं पार्टी के अध्यक्ष पद पर बना रहूं, यह जरूरी नहीं हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि पार्टी की लड़ाई के लिए उनका अध्यक्ष पद पर बने रहने की कोई आवश्यकता नहीं है.
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि बैठक में सर्वसम्मति से पार्टी के पुनर्गठन के लिए राहुल गांधी को सर्वेसर्वा बनाने का प्रस्ताव भी पेश किया गया. इन सभी कयासों और सवालों के जवाब देने के लिए कांग्रेस पार्टी वर्किंग कमेटी की बैठक समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस कार्यसमिति 2019 लोकसभा चुनाव के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करती है. कांग्रेस पार्टी अपने मतदाताओं को धन्यवाद देती है. कांग्रेस पार्टी सकारात्मक विपक्ष का नेतृत्व निभाएगी. कार्य समिति कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों के प्रति आभार व्यक्त करती है.राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन कार्यसमिति के सदस्यों ने इसे खारिज करते हुए आह्वान किया किया कि पार्टी को उनके नेतृत्व की आवश्यकता है.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है. कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित किया. कांग्रेस को राहुल गांधी के मार्गदर्शन की जरूरत है. पार्टी में बड़े फेरबदल के लिए कार्य समिति ने पार्टी अध्यक्ष को ताकत दी है.’ सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी में बदवाल के लिए वर्किंग कमेटी ने राहुल गांधी को पूर अधिकार दिए है.
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति से लड़ने के लिए तैयार है.
सुरजेवाला ने कही ये बात
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पूरे मीडिया में इस्तीफे की खबर फैलने के कुछ ही मिनटों बाद पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है और यह गलत खबर है.