दिग्विजय सिंह साध्वी प्रज्ञा से पीछे

भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 के शुरुआती रुझान और नतीजे 2019 आने लगे हैं. भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर आगे चल रही हैं. उनके सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में हैं. देश के सबसे बड़े और 84 दिनों तक चले सियासी ‘महाभारत’ के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं. सामने आए शुरुआती रुझानों में बीजेपी 4 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, कांग्रेस को भी एक सीट पर बढ़त मिली हुई है. इन सबके बीच  51 मतगणना स्‍थलों पर कुल 292 मतगणना कक्षों में मतगणना शुरु हो चुकी है.

मध्य प्रदेश में पहला चुनाव परिणाम रात दस बजे के बाद आने की उम्मीद है. दरअसल, मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनावों की गुरुवार को होने वाली मतगणना में राज्य का पहला लोकसभा चुनाव परिणाम रात दस बजे के बाद आने की उम्मीद है.

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के पांचवें, छठवें और सातवें चरण में मतदान हुआ था. राज्य में बीजेपी और कांग्रेस मुख्य दल हैं. हालांकि, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के साथ ही कुछ क्षत्रप भी यहां से ताल ठोंक रहे हैं. लेकिन, सीधा मुकाबला बीजेपी ओर कांग्रेस के बीच माना जा रहा है.

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 27 पर विजयी पताका फहरायी थी. वहीं, कांग्रेस को केवल दो सीटे मिली थीं. जिनमें गुना से कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और छिंदवाड़ा से वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ही जीत सके थे.

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा राजनीतिक द्वंद है. बता दें कि कुछ माह पहले मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में 15 साल के वनवास के बाद कांग्रेस की सरकार बनी. मध्‍यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 114 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं, बीजेपी 109 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी. हालांकि, कांग्रेस बहुमत के जादूई आंकड़े 116 से दो सीट दूर रह गई थी. वहीं, दो सीटें बहुजन समाज पार्टी, एक समाजवादी पार्टी और चार निर्दलीय उम्मीदवारों के हिस्से में गई थीं. 

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि प्रदेश में उम्मीदवारों की संख्या और मतगणना के राउंड की संख्या को देखते हुए प्रदेश में पहला परिणाम रात लगभग दस बजे के बाद मिलने की उम्मीद है. उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि 51 जिला मुख्यालय पर बनाये गये 51 मतगणना स्‍थलों पर कुल 292 मतगणना कक्षों में मतगणना होगी. उन्होंने कहा कि ईवीएम की मतगणना पूर्ण होने के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच वीवीपैट को रैण्डम पद्धति से चुनकर उनकी पर्चियों की गणना की जायेगी. इन पाँच वीवीपैट की पर्चियों की गणना क्रमबद्ध तरीके से (एक के बाद एक) की जायेगी.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मतगणना के कम से कम 14 राउंड कटनी में होंगे जबकि अधिकतम 29 राउंड इन्दौर की मतगणना में होंगे. राव ने बताया कि मतगणना स्थलों पर निगरानी के लिये 1800 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इस हिसाब से प्रत्येक केन्द्र पर औसतन 30-40 कैमरे निगरानी के लिये होंगे. उन्होंने कहा कि मतगणना स्थलों पर वाईफाई या इंटरनेट उपलब्ध नहीं होगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश में मतगणना के काम में 15,000 कर्मचारी तैनात किये जायेंगे जबकि 9,000 सुरक्षाकर्मी मतगणना केन्द्रों और ईवीएम मशीनों की सुरक्षा में तैनात हैं. इसमें केन्द्रीय बलों की 17 कंपनियां भी शामिल हैं.

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