केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया.
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट के जरिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पलटवार किया. सुषमा ने ममता बनर्जी को बशीर बद्र के एक शेर के जरिये जवाब दिया. इस ट्वीट के जरिये उन्होंने राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी की बात की. विदेश मंत्री ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को मनमोहन सिंह सरकार की याद दिलाई और कहा कि राहुल गांधी ने कैसे अध्यादेश फाड़ कर फेंका था.
सुषमा स्वराज ने लिखा, ‘प्रियंका जी, आज आपने अहंकार की बात की. मैं आपको याद दिला दूं कि अहंकार की पराकाष्ठा तो उस दिन हुई थी जिस दिन राहुल जी ने अपने ही प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी का अपमान करते हुए राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश को फाड़ कर फेंका था. कौन किसको सुना रहा है?’
दूसरे ट्वीट में सुषमा स्वराज ने ममता बनर्जी को जवाब दिया और लिखा, ‘ममता जी, आज आपने सारी हदें पार कर दीं. आप प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं और मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं. कल आपको उन्हीं से बात करनी है. इसलिए बशीर बद्र का एक शेर याद दिला रही हूं:
‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे,
जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों.’
प्रियंका ने पीएम मोदी पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को अंबाला में कहा कि महाभारत के पात्र दुर्योधन में भी “ऐसा ही अहंकार था.” बीजेपी ने प्रियंका के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, “देश के लोग तय करेंगे कि कौन दुर्योधन और कौन अर्जुन है.” अंबाला में कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने मोदी के इस हालिया बयान पर पलटवार किया कि उनके पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी ‘भ्रष्टाचारी नंबर वन’ थे. प्रियंका ने सत्ताधारी बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह उनके परिवार के शहीदों का अपमान कर रही है. कांग्रेस महासचिव ने हिसार में एक अन्य जनसभा की और फिर रोहतक में रोड शो किया.
ममता ने चलाए जुबानी तीर
उधर, ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया. ममता ने कहा, “मैं सैलरी या पेंशन नहीं लेती. मैं किताबें लिखाती हूं और वे बेस्ट सेलर हैं. मैं पेंटिंग के पैसे नहीं लेती. मुझे पैसे की जरूरत नहीं है. मैं इस तरह से पार्टी चला रही हूं. रुपया पैसा मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता है, जब नरेंद्र मोदी बंगाल में आकर बोलते हैं कि ममता बनर्जी की सरकार पैसे उठाती है, सुनते ही मेरे मन करता है जोर से एक गणतंत्र का थप्पड़ मारूं.”