वैश्विक आतंकी घोषित होने पर दिग्विजय ने कहा “घोषणाओं से क्या होता है”

जहां एक ओर भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर पूरे भारत में ख्शी की लहर है ओर विश्व भर में मोदी द्वारा किए गए कूटनीतिक प्रयासों की सराहना हो रही है वहीं मानो कांग्रेस को कोई खास फर्क नहीं पड़ा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने कहा है घोषणाएँ तो घोषणाएँ ही होतीं हैं उनसे क्या होता है?

भोपाल: भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “घोषणा से क्या होता है, जब पाकिस्तान के पीएम दोस्ती जता रहे हैं मोदी जी के साथ तो दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए.”

भारत ने किया यूएन के फैसले का किया स्वागत
भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे आतंकवाद के खात्मे के लिए देश द्वारा किए जा रहे प्रयासों में ‘बड़ी सफलता’ बताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में एक चुनावी रैली में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को आतंकवादी घोषित किए जाने पर संतोष जताते हुए इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत के लंबे संघर्ष की बड़ी सफलता बताया. प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि यह गर्व का दिन है और इस बात का प्रतीक है कि आज भारत की आवाज दुनिया भर में सुनी जाती है. 

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने आतंकी संगठन ‘‘जैश ए मोहम्मद’’ के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के कदम का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया. 

हालांकि कांग्रेस ने पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख की भूमिका का जिक्र संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में नहीं होने पर निराशा जाहिर की. दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राजनीतिक पार्टियों ने संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का स्वागत किया. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने इस कदम का स्वागत किया लेकिन उनका कहना है कि विपक्षी पार्टी इस बात से निराश है कि संयुक्त राष्ट्र की सूची में पुलवामा आतंकवादी हमले और जम्मू-कश्मीर का हवाला नहीं है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “क्या यह सही है कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करना केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि पुलवामा और कश्मीर में आतंकवाद का हवाला रिपोर्ट से हटा लिया गया?” 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह महत्वपूर्ण परिणाम हासिल करने के पीछे भारतीय राजनयिकों की कठिन मेहनत का उल्लेख करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह तत्काल अजहर को गिरफ्तार करे, उसकी संपत्ति जब्त करे और उससे जुड़े सभी संगठन बंद करे.”

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