Saturday, December 21

हरियाणा विशेषकर पंचकुला में औद्योगिक इकाइयों का हाल बहुत ही बुरा है। यह शहर कभी एचएमटी की सहायक इकाइयों के लिए जाना जाता था। एचएमटी और एसीसी का प्लांट बंद होने से वह सहायक इकाइयां भी बंद हो गईं। पंचकुला में शुरू ही से उद्योगों की कमी रही है, पूर्ववर्ती सरकारों ने भी इस ओर कोई कदम नहीं उठाया। हरियाणा के निकटवर्ती प्रांत हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक घरानों और इकाइयों कोबहुत सी रियायतें और सुविधाएं दीं हैं। इन रियायतों से आकर्षित हो कर व्यापारी ओर औद्योगिक घराने पंचकुला छोड़ कर हिमाचल में पालायन कर गए हैं। हिमाचल में भी सरकार भाजपा ही की है।

सूझबूझ से मतदान करना हर भारतीय का कर्तव्य है । झूठे वादे, और जाति धर्म को आधार बनाकर वोट मांगने वाले दलों को सिरे से नकार देना चाहिए और विकास को प्राथमिकता देनी चाहिए कहना है समाज सेवी और हरियाणा व्यापार मण्डल के अध्यक्ष बजरंग गर्ग का।
गर्ग ने कहा कि उद्योगों को बिजली की उचित व्यवस्था न होने और कर बढाये जाने की वजह से उद्योगों को बड़ा झटका लगा है। इसकी मिसाल पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया में ही देखने को मिलती है जहाँ से उद्योग इकाइयां उठा कर उद्योगपति हिमाचल प्रदेश के बद्दी में लगा रहे हैं।
भाजपा की नीतियाँ पूरी तरह से व्यापारी विरोधी है। जीएसटी और नोटबन्दी इसकी मिसाल है। बेरोजगारी खत्म करने की बात करने वाली सरकार रोजगार के अवसर उत्पन्न करने में असफल रही है।

भाजपा पर कटाक्ष करते हुए www.demokraticfront.com और समाचार क्यारी से विशेष बातचीत के दौरान गर्ग ने कहा कि राम मन्दिर बनाये जाने की रट लगाने वाली पार्टी अभी तक राम मन्दिर निर्माण की शुरुआत भी नहीं कर सकी।
उन्होंने कहा कि अभी वह विधानसभा की टिकट की दौड़ में नहीं है परन्तु जो भी कांग्रेस प्रत्याशी पंचकूला से चुनाव मैदान में आएगा उसका वह जी जान से साथ देंगे।

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भाजपा पर कटाक्ष करते हुए www.demokraticfront.com और समाचार क्यारी से विशेष बातचीत के दौरान गर्ग ने कहा कि राम मन्दिर बनाये जाने की रट लगाने वाली पार्टी अभी तक राम मन्दिर निर्माण की शुरुआत भी नहीं कर सकी।
उन्होंने कहा कि अभी वह विधानसभा की टिकट की दौड़ में नहीं है परन्तु जो भी कांग्रेस प्रत्याशी पंचकूला से चुनाव मैदान में आएगा उसका वह जी जान से साथ देंगे।