मायावती यूं तो सारा साल ही चुनावी मोड में रहती हैं, लेकिन चुनावों के आने पर वह सुपर राजनेता बन जातीं हैं और वह वह बातें ढूंढ कर पढ़तीं हैं जिनके बारे में विपक्ष के प्रत्याशी ने अपने बारे में भी कभी सोचा भी नहीं होता। उनके हालिया बयानों से ज़ाहिर होता है की उनको दलित/पिछड़ा शब्द प्रयोग करने वाले नेताओं से कितनी असुरक्षा है। को भी नेता स्वयं को पिछड़ा बता दे तो उनकी अपनी दलित नेता की छवि खतरे में पद जाती है। आज कल प्रधान मंत्री उनके निशाने पर हैं।
लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुये कहा कि पीएम मोदी पहले अगड़ी जाति में ही आते थे लेकिन गुजरात में अपनी सरकार के चलते उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए और पिछड़ों का हक मारने के लिये अपनी अगड़ी जाति को पिछड़े वर्ग में शामिल करवा लिया था. पीएम नरेंद्र मोदी, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की तरह जन्म से ही पिछड़े वर्ग के नही हैं.
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव में फायदा लेने के लिए उन्होंने अपनी जाति को पिछड़ी जाति में शामिल करवा लिया था. आज उन्होंने (पीएम मोदी) कन्नौज में कहा कि हमें पिछड़े वर्ग का होने की वजह से विरोधी हमें नीच समझते हैं. अब इनका दलित-पिछड़ा कार्ड काम नही कर रहा है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के सारे हथकंडे फेल हो गए हैं. चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद किसी पार्टी ने आज तक कभी ईडी या सीबीआई का इस्तेमाल नहीं किया.
बसपा प्रमुख ने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी सीबीआई समेत सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, जो कि आज से पहले कभी नहीं हुआ था. चीनी मिल मामले को राजनैतिक रंग दिया जा रहा है, यह सीबीआई के स्पष्ट दुरुपयोग का उदाहरण है. चीनी मिल विक्रय की कार्यवाई संबंधित विभाग द्वारा की गई. प्रक्रिया में कोई कमी रह गयी तो उसकी जांच हो सकती है. मगर समय गलत है चुनाव के दौरान यह कार्रवाई करके जनता को भ्रमित किया जा रहा है. जनता को इस साज़िश से होशियार रहना चाहिये.
उन्होंने कहा कि पहले तीन चरणों के रूझान के आधार पर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल का गठबंधन को जीत से कोई रोक नहीं सकता और भाजपा बुरी तरह से हार रही है. अभी तक हुये तीन चरणों में गठबंधन को अच्छा समर्थन मिला है और चौथा चरण भी गठबंधन का अच्छा रहेगा. बसपा प्रमुख ने कहा कि पूरे देश की जनता सजग हो चुकी है. अब वो वोट देने से पहले ये सोच रही है कि पांच वर्ष में क्या वादे पूरे हुए जो किये थे. जनता को क्या मिला क्या नहीं मिला, जनता खामोश है इसलिये भाजपा खास कर उत्तर प्रदेश में हर किस्म के हथकंडे का इस्तेमाल कर ही है, लेकिन सारे हथकंडे फेल हो रहे है.