प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव अभियान के शुरुआत ही में प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर कर थी. कांग्रेस पार्टी के समर्थक कुछ ज्योतिषियों ने तो मोदी कि कुंडली भी बांच ली थी. उन्होंने मोदी कि कुंडली में काल सर्प योग कि बात कहते हुए कहा कि यदि मोदी के खिलाफ कोई स्त्री चुनाव लडती है तो मोदी हार जायेंगे. कांग्रेसी खेमे में ख़ुशी कि लहर अभी उठी ही थी कि राजनैतिक विश्लेषकों ने बताया कि 2014 में जब मोदी को कोई जानता भी नहीं था, ऐसे में अरविंद केज्रिवाल अपनी लोकप्रियता के चलते मोदी को कड़ी टक्कर देने के बावजूद बहुत बुरी तरह हार कर 2सरे नम्बर पर थे और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 3सरे नम्बर पर आये थे. लेकिन अब तो लोग मोदी को अच्छी तरह पहचानते हैं, उनके किये कामों को मानते भी हैं और इस बार मैदान में अरविन्द केजरीवाल भी नहीं है वोटों का बाँटना इस बार इतना आसान नहीं होगा. जो जनता पिछली बार मोदी बनाम केजरीवाल में बंटी थी वह इस बार सिर्फ मोदीमय है. लोगों ने दिल्ली कि सरकार का काम काज भी देखा है इसीलिए मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कि हार तय है. प्रियंका के लाख चाहने के बावजूद कांग्रेस उनके पहले ही चुनाव में हारने का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है.
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections) के लिए कांग्रेस पार्टी ने वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. इस सीट से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने की खबरें आ रही थी. लेकिन आज कांग्रेस पार्टी ने इस सीट से अजय राय का नाम फाइनल कर दिया है. बता दें कि अजय राय 2014 में भी इस सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हैं. अब वाराणसी सीट पर अहम मुकाबला बीजेपी से पीएम मोदी, समाजवादी पार्टी-बीएसपी गठबंधन से शालिनी यादव और कांग्रेस से अजय राय मैदान में हैं.
अजय राय पिछली बार (2014 लोकसभा चुनाव) तीसरे स्थान पर आए थे. जबकि साल 2009 के लोकसभा चुनाव में अजय राय ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 1 लाख 23 हजार से ज्यादा वोट मिले थे.
बता दें कि वाराणसी सीट साल 2004 में आखिरी बार कांग्रेस पार्टी जीती थी. इसके बाद 2009 में इस सीट से बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी जीते थे. साल 2014 में वाराणसी सीट से पीएम मोदी ने 5 लाख 81 हजार वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की थी. जबकि आप नेता अरविंद केजरीवाल 2 लाख 9 हजार वोटों के साथ दूसरे व कांग्रेस के अजय राय 75 हजार से ज्यादा वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.
प्रियंका के चुनाव लड़ने की थी खबर
आपको बता
दें कि इस सीट लगातार ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव
लड़ेंगी. कई बार मीडिया द्वारा इस सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियंका गांधी
वाड्रा खुद यह कह चुकीं हैं कि पार्टी उन्हें जहां से कहेगी वह चुनाव लड़ेंगी. इर
बार तो प्रियंका ने खुद ही वाराणसी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिए की थी.
आज कांग्रेस पार्टी ने यूपी से अपने दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. कांग्रेस ने गोरखपुर लोकसभा सीट से मधुसूदन तिवारी को टिकट दिया है.
दरअसल, कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने 21 अप्रैल को एक बार फिर से पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. प्रियंका ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे तो उन्हें खुशी होगी.
अंदरखाने से खबर मिल रही थी कि पांचवें चरण में अमेठी लोकसभा सीट का चुनाव संपन्न होने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा के वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की जा सकती है. यहां तक की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एक इंटरव्यू के दौरान प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया था. हालांकि, राहुल ने इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया था.
प्रियंका ने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा था, वाराणसी से क्यों नहीं?
मार्च
महीने में रायबरेली में जब एक कार्यकर्ता ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से
रायबरेली से चुनाव लड़ने को कहा था तो उन्होंने जवाब दिया था कि वाराणसी से क्यों
नहीं? हालांकि
प्रियंका गांधी ने यह जवाब हल्के-फुल्के में अंदाज में दिया था, लेकिन उसके बाद से ही इस बात के
कयास लगाए जाने से शुरू हो गए थे कि क्या सच में प्रियंका गांधी सचमुच वाराणसी में
पीएम मोदी को चुनौती देने की तैयारी कर रही हैं.
बीते 29 मार्च को ही कांग्रेस महासचिव व पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश-विदेश तो खूब घूमे, लेकिन आज तक अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के किसी भी गांव में नहीं गए. उन्हें जब गांवों के बारे में पता ही नहीं है तो उनका विकास कैसे करेंगे.