चंडीगढ़:
2014 में मोदी लहर के बावजूद आम आदमी पार्टी के डॉ। धरमवीर गांधी के हाथों सीट गंवा चुकी परनीत कौर के लिए इस तिकोणीय मुक़ाबले की राह आसान नहीं होगी जहां उनका सीधा मुक़ाबला डॉ॰ गांधी और सुरजीत सिंह रखड़ा के साथ है। यदि परनीत कौर अपनी सीट नहीं बचा पातीं तो क्या कैप्टन मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे? विचारणीय प्रश्न।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में अगर मंत्री अपने अपने क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने में विफल होते हैं तो उन्हें कैबिनेट से हटा दिया जाएगा. कैप्टन ने कहा कि इसके अलावा उन विधायकों को भी आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिया जाएगा जो अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित नहीं कर पायेंगे. सत्तारूढ़ दल के पंजाब में सभी 13 संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल करने के दावे के बावजूद मुख्यमंत्री की यह चेतावनी आयी है. सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों और विधायकों पर पंजाब में उम्मीदवारों की जीत की जिम्मेदारी निर्धारित कर कांग्रेस ने अपने नेताओं के बेहतर प्रदर्शन पर जोर दिया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी आलाकमान ने यह निर्णय किया है. इसका लक्ष्य देश में चल रहे आम चुनाव में प्रदेश में ‘मिशन 13’ को हासिल करना है. कांग्रेस आलाकमान के निर्णय के अनुसार पंजाब के मौजूदा मंत्री अगर पार्टी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने में विफल रहते हैं, खास तौर से अपने निर्वाचन क्षेत्र में, तो उन्हें मंत्री पद से हटा दिया जाएगा.
कांग्रेस विधायकों के मामले में अगर उनके क्षेत्र में उनका प्रदर्शन ठीक नहीं होता है तो अगले विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे के समय उनके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड और कारपोरेशंस के अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए भी पार्टी ने अलग मापदंड तय किये हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए भी उनका प्रदर्शन देखा जाएगा न कि वरिष्ठता. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका मकसद पार्टी में प्रदर्शन आधारित संस्कृति को बढावा देना है.