मीडिया से हमेशा मुंह छुपा कर रहने वाले चीन के प्यारे मसूद अज़हर ने एक बार फिर सक्रियता दिखाई है और पुलवामा से बड़े हमले की साजिश की तैयारियां शुरू कर दिन हैं। मसूद अज़हर ने एक बार फिर पाकिस्तान के प्रति नर्म पड़ते भारत के रवैये की आग को हवा दे दी है।
नई दिल्ली: बालाकोट में भारतीय वायु सेना की तरफ से किए गए एयर स्ट्राईक के बाद एक बार फिर से जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अजहर सक्रिय हो गया है. खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों अजहर मसूद ने जैश आतंकियों के साथ बैठक कर भारत पर पुलवामा जैसे एक और बड़े आतंकी हमले के लिए तैयार रहने को कहा है. वहीं मसूद अजहर ने मीटिंग के दौरान ये भी कहा कि वो पिछले 17 सालों में कभी न तो बीमार हुआ और न ही वो कभी अस्पताल में भर्ती हुआ है.
मसूद अजहर ने ये भी कहा है कि उसके स्वास्थ के बारे में गलत खबरें फैलाई जा रही हैं. बता दें कि बालाकोट में जैश के कैंप पर हुए एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक विदेशी चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा था कि अजहर मसूद को किडनी की गंभीर बीमारी है और उसका स्वास्थ्य काफी खराब है. कुरैशी ने कहा था कि भारत जिस तरह से मसूद अजहर पर भारत पर हमले के आरोप लगा रहा है वो झूठे हैं.
बहावलपुर में कई बड़े आतंकियों के साथ की बैठक
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक मसूद अजहर ने पिछले दिनों बहावलपुर में जैश के कई बड़े आतंकियों के साथ बैठक की. फिदायीन हमलों के लिए जैश की तैयारियों का जायजा लिया. यही नहीं जैश के बहावलपुर कैंप में मीटिंग के दौरान मसूद ने भारत पर पुलवामा जैसे और बड़े आतंकी हमले के लिए तैयार रहने को कहा है.
पाकिस्तान कर रहा है कार्रवाई का दिखावा…
जाहिर है कि दुनिया भर से पाकिस्तान पर पड़ने वाले अतंराष्ट्रीय दवाब का कुछ खास असर पाकिस्तान पर होता नहीं दिख रहा है. केन्द्रीय सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक, “बालाकोट में जैश के कैंप पर हुए एयर स्ट्राइक के बाद से जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क पर हम लगातार नज़र रखे हुए हैं. हम ये भी देख रहे हैं कि पाकिस्तान ने क्या वाकई में जैश के खिलाफ कोई कार्रवाई की है या कार्रवाई का दिखावा कर रहा है.”
भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति में जैश ए मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का बेस्रबी से इंतजार कर रहा है, लेकिन जिस तरह से चीन मसूद अजहर के बचाव में सामने आया है उससे पाकिस्तान जैश पर कार्रवाई करने में आनाकानी कर रहा है. खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. जाहिर है जब तक मसूद अजहर और जैश पर कड़ी कारवाई नहीं की जाती, तब तक जैश के भारत पर हमले के खतरे कम नहीं होगें.