जिनहोने ‘पाइरेट्स ऑफ द कैरेबियन’ देखि है उनके लिए कैप्टन जैक स्पैरो की कम्पास वाला दृश्य कोई अचरज भरा नहीं होगा। पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण सभी दिशाएँ बारी बारी दिखती है, दर्शकों को कुछ समझ आए कैप्टन उसके उलट चल पड़ता है। कम-ओ-बेश वही हाल आम आदमी पार्टी का है। इन्हे कांग्रेस के साथ दिल्ली में गठबंधन करना है तो पहले हरियाणा की सीटें तय हों जिनमें जेजेपी को भी स्थान देना होगा फिर चंडीगढ़ की एकलौती सीट पर इन्हे कांग्रेस का साथ चाहिए जहां हर्मोहन धवन, पवन बंसल के खिलाफ चुनाव में खड़े हैं। फिर पंजाब की सीटों का बटवारा भी त्वरित गति से हो, तब हम दिलली के लिए अलग से शर्तें रखेंगे। और शर्तें भी क्या सांपछछूंदर वाले हालात। की अजेंडा तो आम आदमी पार्टी का ही लागू होगा। कांग्रेस इनके लिए इतनी नीचे गिर भी गयी की वह दिल्ली में छोटा भाई बनाने को तैयार है।
असल में दिल्ली की बात करें तो केजरीवाल की फजीहत हो रही है। दिल्ली त्रस्त है, जनता पस्त है, केजरीवाल मस्त है। केजरीवाल को जमीनी हकीकत पता है। उन्हे यह भी पता है की यदि वह आज दिल्ली में विधान सभा चुनाव कार्वा लें तो नतीजे अमूलचूल परिवर्तित होंगे। कांग्रेस मात्र राहुल के चलते हर जगह झुकने को तैयार है। राहुल को अपने पुराने क्षत्रपों पर भरोसा नहीं है। असल बात यह है की केजरीवाल की ज़रूरत ज़्यादा बड़ी है। यदि कांग्रेस केजरीवाल को 2 सेटेन भी दे तो केजरीवाल दंडवत हो स्वीकार करेंगे। पर यहाँ राहुल हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के मद्देनजर दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन की अटकलें लगातार जारी हैं. दिल्ली में गठबंधन की खबरों पर पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली में गठबंधन को लेकर एक ट्वीट किया है. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”गठबंधन के लिए हमारे दरवाजे अभी भी खुले हैं. लेकिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक और यू-टर्न ले लिया है. कांग्रेस AAP को चार सीटें देने के लिए तैयार है. समय निकलता जा रहा है.”
An alliance between the Congress & AAP in Delhi would mean the rout of the BJP. The Congress is willing to give up 4 Delhi seats to the AAP to ensure this.
But, Mr Kejriwal has done yet another U turn!
Our doors are still open, but the clock is running out. #AbAAPkiBaari26.5K5:50 PM – Apr 15, 2019Twitter Ads info and privacy13.3K people are talking about this
AAP ने किया कांग्रेस पर पलटवार
वहीं, इस मामले पर AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि पंजाब में AAP के 4 सांसद और 20 विधायक हैं लेकिन, कांग्रेस यहां एक भी सीट नही देना चाहती है. हरियाणा में जहां कांग्रेस का एक सांसद नहीं है, वहां भी वह आम आदमी पार्टी को एक सीट नही देना चाहती है. वहीं, दिल्ली में कांग्रेस के कोई सांसद और विधायक नहीं हैं, वहां कांग्रेस हमसे तीन सीट चाहती है. संजय सिंह ने कहा कि क्या ऐसे समझौता होता है. आप दूसरे राज्यों में भाजपा को क्यों नही रोकना चाहते हैं.
पंजाब में AAP के 4 सांसद 20 विधायक Cong एक भी सीट नही देना चाहती, हरियाणा जहाँ Cong का एक सांसद वहाँ भी Cong एक सीट नही देना चाहती, दिल्ली जहाँ Cong के 0 MLA 0 MP वहाँ आप हमसे 3 सीट चाहते हैं क्या ऐसे होता है समझौता? आप दूसरे राज्यों में भाजपा को क्यों नही रोकना चाहते?Rahul Gandhi✔@RahulGandhiAn alliance between the Congress & AAP in Delhi would mean the rout of the BJP. The Congress is willing to give up 4 Delhi seats to the AAP to ensure this.
But, Mr Kejriwal has done yet another U turn!
Our doors are still open, but the clock is running out. #AbAAPkiBaari3,0326:04 PM – Apr 15, 2019Twitter Ads info and privacy2,115 people are talking about this
गठबंधन पर कांग्रेस के सामने रखी थीं दो शर्तें
बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर पेंच फंसा हुआ है. इससे पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए शर्त रखते हुए कहा था कि पार्टी कांग्रेस के साथ तभी चुनावी गठबंधन करेगी जब हरियाणा और चंडीगढ़ में भी दोनों दल मिल कर चुनाव लड़ें. पार्टी सूत्रों ने बताया था कि AAP की तरफ से कांग्रेस नेतृत्व को दो शर्तें रखी गई हैं. इसमें पहली शर्त यह है कि दिल्ली के साथ हरियाणा और चंडीगढ़ में भी कांग्रेस गठबंधन करे और दूसरा, कांग्रेस को आप के दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग का समर्थन करना चाहिए.