आज़म खान, अकबरुद्दीन ओवैसी या कई और नेता सभी का विवादित बयानों से नाता रहा है। आज़म खान का और अमर सिंह का 36 का आंकड़ा रहा है। आजम खान ने अमर सिंह की हर बात को नकारा है। अमर सिंह द्वारा राजनीति में लायी गयी जया पर्दा आज़म खान को कभी भी पसंद नहीं थी। उन्होने पहले भी जयाप्रदा के खिलाफ प्रोक्ष रूप से और प्रकट में भी बहुत दुष्प्रचार किया है। लेकिन अब तो मानो वह अपनी नफरत को एक नयी ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Electons 2019) का सियासी रण अपने चरम पर है. इसके चलते आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी जमकर की जा रही है. इन सबके बीच नेताओं ने अब भाषायी मर्यादाएं भी लांघना शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान ने रविवार को बीजेपी प्रत्याशी और अभिनेत्री जया प्रदा को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है.
रामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने बिना नाम लिए बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया. उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए. मैं 17 दिनों में पहचान गया था कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है. इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे. उनके इस बयान पर बीजेपी ने सख्त ऐतराज जताते हुए माफी की मांग की है.
महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान और बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के बीच इससे पहले भी जुबानी जंग हो चुकी है. इससे पहले बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार आजम खान पर तंज कसा था. उन्होंने एक रैली के दौरान कहा था कि मैं तो आजम खान को अपना भाई मानती थी लेकिन वह मुझे बहन बुलाने के साथ मेरे बीमार होने की भी कामना करते रहे. जया प्रदा ने आगे कहा कि क्या आपका भाई आपको नाचने वाली के तौर पर देख सकता है. यही वजह थी कि मैं रामपुर छोड़ने चाहती थी.
वहीं, कुछ ही दिन पहले आजम खान ने रामपुर के शाहाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि जब बीजेपी के कैंडिडेट ने अपने सफर की शुरुआत की तो उन्होंने कहा कि मैं दानव का वध करने के लिए जा रही हूं. आजम खान ने कहा था कि उन्होंने रामपुर के बच्चों के लिए भीख मांग कर के स्कूल बनवाया, लाचार बच्चों के लिए एक अजीम-ओ-शान यूनिवर्सिटी बनवाई. लोगों को कोई परेशानी न हो इसलिए सड़क और पानी का काम कराया. लेकिन बीजेपी वालों के लिए मैं दानव हूं और इस बार मेरा वध होगा.
आजम खान के इस बयान के बाद बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा ने पलटवार करते हुए पुराने गंज में जनसभा के दौरान उन्होंने आजम खान को भाई कहकर संबोधित करते हुए कहा था कि मैंने कभी आपको अभद्र शब्द नहीं कहे. ये मेरे संस्कार हैं. उन्होंने कहा था कि मेरी मां ने मुझे संस्कार दिया हैं. जयाप्रदा ने कहा था कि मैं आपके सामने आकर बोल सकती हूं कि आप झूठे हैं. आप झूठ बोलकर भ्रम फैलाते हैं कि मैं रामपुर से भाग जाऊं.
बता दें कि जया प्रदा ने 2004 और 2009 के आम चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी. उन्हें 2010 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और अमर सिंह के संपर्क में रहने की वजह से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. ध्यान हो कि आजम खान ने कुछ समय पहले जया प्रदा को एक नाचने वाली बताया था. आजम खान हमेशा से ही अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं.