“मैं भी चौकीदार हूँ” मंत्री जहां तालकटोरा में प्रधान मंत्री पूरे राष्ट्र में ऑन लाइन वार्ता कर रहे थे वहीं पंचकुला के इंद्र्धनुष में हरियाणा के नामीगिरामी नेता और भाजपा युवा मोर्चा की उपस्थिती में कार्यक्र्म आरंभ हुआ। स्वस्थ्य मंत्री अनिल विज ने दीप प्रज्वलन किया उनके साथ मंच पर दीपक शर्मा, पंचकुला के प्रमुख सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता और लतिका शर्मा उपस्थित थे।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा मैदान से ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान के तहत समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कहा, हमने बहुत सारा समय भारत पाकिस्तान करने में ही गुजार दिया। अरे वो अपनी मौत मरेगा उसे छोड़ दो, हमे आगे बढ़ना है बस इसी पर हमारा ध्यान रहना चाहिए। वायुसेना की एयरस्ट्राइक को लेकर उन्होंने कहा, पाकिस्तान बड़ी मुसीबत में है, अगर वो कहे कि बालाकोट में कुछ हुआ था, तो पूरी दुनिया को पता चल जाएगा कि उसके यहां आतंकी कैम्प चलते हैं।
मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, ”2014 चुनाव के दौरान मैंने लोगों से कहा था कि आप दिल्ली का जो दायित्व मुझे दे रहे हैं मतलब आप एक चौकीदार बैठा रहे हैं। देश का सामान्य आदमी टैक्स देता है। अलग-अलग प्रकार से धनराशि देता है और इस पर देश के गरीबों का हक होता है। मैं कभी भी इस पैसे पर कोई पंजा नहीं पड़ने दूंगा।”
चौकीदार एक स्पिरिट है- मोदी
- मोदी ने कहा, ”चुनाव की गर्माहट में यह एक ऐसा अवसर है, जिस पर सबकी निगाहें होना स्वाभाविक है। 2013-14 में जब लोकसभा का चुनाव चल रहा था, मैं देश के लिए नया था। ज्यादातर मेरे आलोचकों ने मेरी प्रसिद्धि ज्यादा की थी। मैं उनका तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं। क्योंकि उन्हीं के कारण मेरे लिए देश में जिज्ञासा पैदा हुई थी कि आखिर यह इंसान है कौन।”
- ”एक चौकीदार के तौर पर मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा। लेकिन कुछ लोगों की बौद्धिक मर्यादाएं रहती हैं उनकी सोच भी बड़ी मर्यादित होती है। इसलिए उनके मन में चौकीदार की सोच पारंपरिक होती है। यह उनकी मर्यादित सोच का परिणाम है।”
- ”चौकीदार की न कोई व्यवस्था है। चौकीदार न किसी यूनिफॉर्म की पहचान है। चौकीदार किसी चौखट में भी नहीं बंधा है। चौकीदार एक स्पिरिट है, एक भावना है। गांधीजी कहते थे कि जो भी हमें दायित्व मिला है। जिन चीजों को हम संभालते हैं। चाहे वो समय हो या व्यवस्था हो। हमें एक ट्रस्टी के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए। हमें उन्हें संभालना चाहिए।”
मोदी से सवाल-जवाब
देवेंद्र फडणवीस की ओर से सवाल: बालाकोट में जो आपने किया वो गजब हुआ और सबका सीना गर्व से चौड़ा
हो गया। ऐसा लग रहा है कि भारत ने सालों बाद अपना दम दिखाया। आपको यह फैसला लेने
में प्रेरणा कहां से मिली? आपके मन में यह सोच नहीं आई कि अगर इस ऑपरेशन में गड़बड़ी हो जाती
तो आपके राजनीतिक करियर का क्या होता?
मोदी:
- बालाकोट मैंने नहीं, देश के जवानों ने किया है। हमारे सुरक्षाबलों ने किया है। हम सबकी तरफ से उनको सैल्यूट। जहां तक निर्णय का सवाल है- अगर मोदी अपने राजनीतिक भविष्य का सोचता तो मोदी नहीं होता। अपने राजनीतिक हित और भलाई को नजर में रखकर फैसले करने होते तो मोदी की इस देश को कोई जरूरत नहीं होती। मोदी के लिए देश सबसे ऊपर है। सवा सौ करोड़ सबसे ऊपर हैं। मेरा अपना वैसै भी है क्या? आगे पीछे कोई चिंता नहीं रखी है।
- राजनीति में मुझ जैसे अनजान व्यक्ति को जनता ने पूर्ण बहुमत दिया है। राजनीतिक दलों को भी पता नहीं है। पूर्ण बहुमत वाली सरकार अपने आप में देश की बहुत बड़ी ताकत होती है। आज दुनिया में हिंदुस्तान की बात सुनाई देती है इसकी बहुत बड़ी वजह पूर्ण बहुमत की सरकार है। आज कोई नेता गले मिलता, गले पड़ता नहीं है… (ठहाके लगे) तो उसे मोदी की नहीं पूर्ण बहुमत की सरकार की ताकत दिखाई देती है।
- तीसरी बात यह निर्णय मैं इसलिए कर पाया क्योंकि मुझे मेरी सेना पर भरोसा है। उन्हें छूट दे पाया क्योंकि मुझे उनके अनुशासन पर भरोसा है। मुझे पता है कि वो ऐसा काम कभी नहीं करेंगे कि मेरे देश को कभी नीचा देखना पड़े। इसलिए उनके हाथ में इतना बड़ा निर्णय देने की मेरे अंदर ताकत थी।
शिवराज सिंह चौहान की ओर से शकुंतला सिंह परिहार ने भ्रष्टाचार पर सवाल किया
मोदी:
- जिन्होंने देश लूटा है उन्हें पाई-पाई लौटानी पड़ेगी। आपने देखा होगा कि 2014 के बाद से आपकी मदद से मैं इन लोगों को जेल के दरवाजे तक तो ले गया हूं। कोई जमानत पर है। लोग चक्कर काट रहे हैं। नए अफसरों की मदद से कागज भी हाथ लगने लगे हैं। 2014 के बाद से मैं जेल के दरवाजे तक ले गया हूं।
- 2019 के बाद यह जेल के अंदर होंगे। यह जो भागते हैं न, उन्हें अब डर लग
रहा है। कुछ लोग विदेश की अदालत में कहते हैं कि हम उनमें रह नहीं सकते। हम उन्हें
महल दें क्या? अरे उन्हें बता दो कि अंग्रेजों ने गांधीजी को जिस जेल में रखा, उससे अच्छा हम
इन्हें नहीं देंगे न।
बेंगलुरु से राकेश प्रसाद (आईटी प्रोफेशनल) का सवाल: सालों से हम सुन रहे हैं कि भारत विकासशील देश है? हम कब यह सुनेंगे कि भारत विकसित हो गया?
मोदी:
- ये बात सही है कि बहुत देर हो चुकी है। देश आजाद होने के बाद हमने इसी मिजाज से भारत को सही दिशा दी होती तो आज स्थिति दूसरी होती। हमसे बाद में आजाद हुए देश बेहतर स्थिति में हैं। 125 करोड़ लोगों का सपना होना चाहिए कि हमें बैकवर्ड की श्रेणी में नहीं आना।
- 2014 में वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में 11वें नंबर पर थे। लेकिन आज हम 6वें नंबर पर आ गए
हैं। हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। ऐसा
हमने बिना कोई शोरगुल मचाए हुए किया है। हम दुनिया की समृद्ध शक्तियों के साथ
जुड़े। हाल ही में हमारी अंतरिक्ष में ताकत बढ़ी। विकसित राष्ट्र के रूप में जगह
पाने के लिए भारत के पास सबकुछ है।
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से सवाल: मिशन शक्ति के बारे में कांग्रेस कह रही थी कि यह हम पहले कर चुके हैं और यह कोई नई बात नहीं है?
मोदी:
- मिशन शक्ति जैसी चीजें चुनाव के चश्मे से देखी जा रही है। हमसे पहले तीन देशों ने यह काम किया। हम चौथे हैं। मान लीजिए कोई अपनी ताकत का इस्तेमाल कर हमारी सैटेलाइट गिरा दे, तो हमारी कई चीजें बंद हो जाएंगी। अब इसके लिए क्या वैज्ञानिकों को इंतजार करना चाहिए?
- एक नेता ने कहा कि यह चीज हमारे पास बहुत पहले से थी, लेकिन हमने इसे दबाकर रखा। क्या ऐसा हो सकता है? जब अमेरिका, रूस, चीन ने इसे डंके की चोट पर किया तो हमें छुपना क्यों? अब जो लोग आरोप लगा रहे हैं उन्हें साबू का इस्तेमाल करना चाहिए। यानी सामान्य बुद्धि। आप टेस्ट न करो, कहते रहो हमारे पास ताकत है। तो यह कैसे साबित होगी?
योगी आदित्यनाथ की
ओर से राजेश वाल्मिकी आगरा से: कांग्रेस रोजाना नए-नए झूठ बोलती है, एक झूठ सौ-सौ बार बोलती है। पिछले
पांच सालों में उन्होंने झूठ ही बोला है। उनका झूठ बहुत मजबूत है, इसको हम कैसे
एक्सपोज करें?
मोदी:
- कांग्रेस का झूठ बड़ा सीजनल होता है। जैसे पतंग का सीजन होता है। पटाखे का सीजन होता है। सीजन के हिसाब से वो झूठ बोलते हैं, फिर प्रचारित करते हैं। उनका झूठ का इकोसिस्टम है। उन्होंने दिल्ली में चुनाव के दौरान झूठ उड़ा दिया था कि चर्च पर हमले हो रहे हैं।
- बिहार में उन्होने कहा था कि मोदी आ रहा है आरक्षण चला जाएगा। संविधान खतरे में पड़ जाएगा। आरक्षण हटाने की बात छोड़ दीजिए भीमराव अंबेडकर का किसी ने सबसे ज्यादा सम्मान किया तो हमने किया है। ओबीसी बिल को पिछले तीन-तीन सत्रों से वे लटकाए रहे। अभी हम सामान्य गरीब वर्ग के लिए आरक्षण लाए। इसमें न पुतले जले न किसी का हक मारा गया। लेकिन उन्होंने झूठ चलाया- आरक्षण चला जाएगा।
- जैसे ही कोई चुनाव या घटना पूरी हो गई यह अवॉर्ड वापसी गैंग फिर जाकर सो जाती है। उनके झूठ के उम्र भी ज्यादा नहीं है। कुछ झूठ ऐसे हैं जिन्हें वो खींच-खींचकर लंबा कर रहे हैं। आप सच बताते चलें, सच की ताकत इतनी होती है कि झूठ उसके आगे नहीं टिक पाएगा। जो झूठ बोलता है उसकी एक शर्त होती है कि उसकी मेमोरी पावर तेज होनी चाहिए। उसको आंकड़े याद होने चाहिए। उनकी एक फैक्ट्री है झूठ वाली जो उन्हें बता देती है कि झूठ बोलिए, लेकिन उनकी मेमोरी इतनी कमजोर है कि वो बार-बार आंकड़े बदल देते हैं।
यह कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शाम 5 बजे शुरू हुआ। यहां 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। इसके अलावा देश के अलग-अलग शहरों में प्रधानमंत्री से संवाद के लिए 500 बूथ भी बनाए गए। इन पर भाजपा के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे।
राहुल के ‘चौकीदार चोर है‘ नारे के जवाब में मोदी ने शुरू किया अभियान
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘चौकीदार चोर है’ नारे के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 मार्च को इस अभियान की शुरुआत की थी। इसके बाद भाजपा नेताओं ने अपने ट्विटर अकाउंट नाम के आगे ‘चौकीदार’ शब्द जोड़ लिया था।
पंचकुला इंद्रधनुष में बहुत उल्लास के साथ समारोह का समापन हुआ। सब तरफ मोदी – मोदी के नारे लग रहे थे। युवकों का उत्साह देखते ही बनता था। इंद्रधनुष में सांसद रतनलाल कटारिया के साथ जगदीश चोपड़ा, हरवीन्द्र मलिक, कंवर पल सिंह, घनश्याम, शाम लाल बंसल, वीरेंद्र राणा, योगेंद्र शर्मा, बलवंत सिधौरा, असीम गोयल, विशाल सेठ, संजय आहूजा, सह संयोजक कामेश, संजीव कौशल, संतोष सरवान, वीरेंद्र गर्ग, ब्ंतो कटारिया एवं ऋतु उपस्थित थे।