जब मोदी एक राष्ट्र एक चुनाव की बात कहते हैं तो उनका आशय होता है कि प्रधानमंत्री तो राष्ट्र का होता है, परंतु वह आता एक दल विशेष से है, जिसके प्रति उस सांसद जो कि प्रधान मंत्री है कि जिम्मेदारियाँ भी होतीं हैं। वह चुनाव प्रचार में भी संलिप्त होता है। चुनाव आते ही चाहे वह लोक सभा के हों, विधान सभा के हों या फिर स्थानीय निकाय के चुनाव हों, आचार संहिता लागू होते ही कार्यप्रणाली ठप्प हो जाती है, विकास कार्य थम जाते हैं और प्रगति से संबन्धित कार्यों का प्रचार-प्रसार भी रुक जाता है। इसकी एक बानगी देखिये कि भारत आज चौथी विश्वशक्ति बन कर उभरा, आज हम सामरिक दृष्टि से अन्तरिक्ष को सुरक्शित रखने में भी सक्षम हैं, विडम्बना यह कि प्रधान मंत्री जब राष्ट्र के नाम संदेश देते हुए इस उपलब्धि के बारे में बताते हैं तो विपक्ष अपने अपने कारणों से चुनाव आयोग को आचार संहिता के उल्लंघन कि शिकायत करता है, गोया कि चुनावों के दौरान भारत में सभी कार्य ठप्प होने चाइए और प्रधान मंत्री को प्रधानमंत्री नहीं रहना चाहिए।
नई दिल्ली: सीपीएम ने उपग्रह रोधी मिसाइल के सफल प्रयोग की देश को जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए जाने पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से यह बताने का आग्रह किया है कि चुनाव के दौरान इस उपलब्धि का ‘राजनीतिक लाभ’ लेने की उन्हें अनुमति क्यों मिल गई.
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने बुधवार को चुनाव को पत्र लिखकर कहा कि इस तरह के अभियान की देश-दुनिया को जानकारी सामान्य रूप से संबद्ध वैज्ञानिक संस्था द्वारा दी जाती है. इसके बजाय प्रधानमंत्री ने इसके लिए देश को संबोधित करने का रास्ता अपनाने था.
‘घोषणा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन’
येचुरी ने प्रधानमंत्री द्वारा इस उपलब्धि को सार्वजनिक किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान जबकि प्रधानमंत्री स्वयं उम्मीदवार हैं, इस तरह की घोषणा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्होंने आयोग से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री द्वारा देश को संबोधित करने की आयोग को पूर्व जानकारी दी थी.
उन्होंने उपग्रह रोधी मिसाइल ए-सेट के सफल प्रयोग के लिये डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधायी देते हुए कहा कि भारत ने यह तकनीक 2012 में ही विकसित कर ली थी, जिसकी घोषणा तत्कालीन डीआरडीओ प्रमुख ने की थी.
विपक्षी दलों ने पीएम पर लगाया राजनीति करने का आरोप
सीपीएम के अलावा अन्य राजनीतिक दलों ने ‘मिशन शक्ति’ की सफलता के लिए डीआरडीओ और वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर राजनीति कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह मोदी को ‘विश्व रंगमंच दिवस’ की बधाई देते हैं.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘ बहुत खूब डीआरडीओ, आपके कार्य पर हमें गर्व है.’ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री को विश्व रंगमंच दिवस की बधाई भी देना चाहता हूं.’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने दावा किया कि मिशन शक्ति पर घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक और बेइंतहा नौटंकी तथा प्रचार का तरीका है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिशन शक्ति की सफलता के लिए डीआरडीओ और वैज्ञानिकों के बधाई दी तथा आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बेरोजगारी, कृषि संकट और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए टेलीविजन पर आकर घोषणा की.