Tuesday, December 24

भारतीय सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए चीन अब पाकिस्तान की मदद करने को आगे आया है। अमेरिका द्वारा दिये गए F-16 विमान के धरशाही होने के बाद से अमेरिकी सुरक्षा अजेंसियों द्वारा पाकिस्तान को लताड़ लगाए जाने के बाद अब चीन पाकिस्तान का खेवन हार बन कर आगे आया है।

नई दिल्लीः बालाकोट के टेरर कैंपों में भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से परेशान पाकिस्तान ने चीन से बेहद आधुनिक रेनबो सीरीज के CH4 और CH5 कॉम्बैट ड्रोन्स खरीद रहा है .ख़ुफ़िया एजेंसीज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर में भी ड्रोन्स की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है जिससे वो लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा सके. रिपोर्ट के मुताबिक बालाकोट में जैश के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो (Rainbow) सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स (Drones) की सप्लाई करेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक़ कॉम्बैट ड्रोन्स रेनबो CH4 करीब  5 हज़ार किलोमीटर दूर तक के टारगेट पर नज़र रख सकता है और करीब 40 घंटे तक आसमान में रह कर अपने साथ 400 किलोग्राम तक का विस्फोटक के साथ किसी भी टारगेट को नष्ट कर सकता है. जबकि रेनबो CH5 अपने साथ एक हज़ार किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और 60 घंटे तक आसमान में रह सकता है. ये ड्रोन्स करीब 17 हज़ार फ़ीट की हाइट पर उड़ सकते है.

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना और सेना में इन ड्रोन्स के शामिल हो जाने के बाद पाकिस्तान कॉम्बैट ड्रोन्स के जरिये भारत मे डीप पेनेट्रेशन कर सकता है यानी इन ड्रोन्स की मदद से भारत मे काफी अंदर तक दाख़िल होकर किसी भी टारगेट को हिट कर सकता है.

रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने इजरायल से 54 ‘Harop’ कॉम्बैट ड्रोन्स खरीदने का फैसला किया है भारतीय वायु सेना के पास ऐसे 110 कॉम्बैट ड्रोन्स पहले से हैं. लेकिन पाकिस्तान के पास अब तक लंबी दूरी तक मार करने वाले  कॉम्बैट ड्रोन्स नही थे. 

देखा जाए तो चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नही है .चीन लगातार पाकिस्तानी सेना की मदद करने में लगा हुआ है और टैंक से लेकर,फाइटर प्लेन,वॉर शिप और परमाणु पनडुब्बियों की मदद कर रहा है जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.