सादगी, कर्मठता, अनुशासन और सोमयता की प्रतिमूर्ति मनोहर गोपाल कृष्ण प्रभु पर्रीकर आज पाँच तत्व में विलीन हो गए। उनके ज्येष्ठ पुत्र ने उन्हे मुखाग्नि दी।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अंतिम विदाई के वक्त भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा. शाम 5 बजे से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई. शाम छह बजे उनका शव अंतिम संस्कार के लिए ग्रांउड पर लाया गया. यहां हर आम और खास उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी उनके पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए और पुष्पांजलि अर्पित की.
13 दिसंबर, 1955 को गोवा के मापुसा में जन्मे पर्रिकर की शिक्षा लोयोला स्कूल, मडगांव में हुई और उसके बाद उन्होंने 1978 में स्नातक की उपाधि, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में प्राप्त की. राजनीति में आने से पहले पर्रिकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में शामिल हुए. गौरतलब है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को उनके निजी आवास पर निधन हो गया. वह 63 वर्ष के थे. चार बार के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर फरवरी 2018 से ही अग्नाशय संबंधी बीमारी से पीड़ित थे.
हम राज्यपाल से मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया। 14 विधायकों के साथ हम राज्य की सबसे बड़ी पार्टी हैं, हमें सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए। हमने बता दिया है कि हम बहुमत साबित कर देंगे, गोवा सीएम के निधन का दुख हैः चंद्रकांत कवलेकर, कांग्रेस नेता
Chandrakant Kavlekar, Congress: We met the Governor&staked claim to form government as we are the single largest party in the state. We have 14 MLAs and we should be given the chance to form the government. We have told that we will prove majority. Saddened by demise of Goa CM1531:40 PM – Mar 18, 201980 people are talking about this