कांग्रेस महासचिव की प्रयागराज से शुरू हुई यात्रा 140 किलोमीटर का सफर तय कर वाराणसी के अस्सी घाट तक पहुंचेगी। यहाँ ध्यान दें वाली बात यह है की मोदी के गंगा प्रेम का मज़ाक उड़ाने वाली कांग्रेस अब स्वयं मोदिमय हो चुकी है। प्रियंका गांधी वाड्रा को अब गेरुए रंग से कोई खतरा नहीं है। जिस पवनपावनी गंगा की वह अर्चना पूजन कर आचमन ले वह यात्रा आरंभ करतीं हैं वह स्वच्छ, निर्मल और सलिल है। ग्यारहवें रूद्र अवतार भगवान हनुमान से आशीर्वाद ले कर बढ़ाए गए कदम अब सांप्रदायिक या हिन्दू वादी नहीं लगते। सबसे बड़ी बात मोदी के नमामि गंगे प्रोजेक्ट ही की देन से वाराणसी से प्रयागराज की दूरी तय करना संभव हुआ, पर यह सब कांग्रेस मानेगी तो नहीं।
नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी अपने यूपी दौरे के तहत गंगा यात्रा की शुरुआत प्रयागराज से सोमवार को कर दी है. इसके लिए वह प्रयागराज के मनैया घाट पहुंचीं. वहां उन्होंने पहले बच्चों से मुलाकात की. इसके बाद स्टीमर बोट पर कांग्रेस नेताओं के साथ सवार होकर वाराणसी के लिए रवाना हो गईं. प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका गांधी ने सोमवार सुबह संगम में त्रिवेणी तट पर पूजा-अर्चना की. साथ ही वह प्रयागराज के प्राचीन बड़े हनुमान मंदिर भी गईं. वहां उन्होंने दर्शन किए थे.
प्रयागराज के स्वराज भवन पहुंचकर प्रियंका ने एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘स्वराज भवन के आंगन में बैठे हुए वह कमरा दिख रहा है जहां मेरी दादी (इंदिरा गांधी) का जन्म हुआ. रात को सुलाते हुए दादी मुझे जोन ऑफ आर्क की कहानी सुनाया करती थीं. आज भी उनके शब्द दिल में गूंजते हैं. कहती थीं- निडर बनो और सब अच्छा होगा.’
प्रियंका गांधी ने सोमवार को प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की. प्रियंका गांधी आज प्रयागराज से अपनी तीन दिनी गंगा यात्रा की शुरुआत नाव से कर रही हैं.
140 किमी लंबी यह गंगा यात्रा स्टीमर बोट के जरिये प्रयागराज के छतनाग से वाराणसी के अस्सी घाट तक होगी. वह 20 मार्च को वाराणसी पहुंचेंगी.
प्रियंका गांधी अपने चार दिनी यूपी दौरे के लिए रविवार को लखनऊ पहुंची थीं. लखनऊ में उन्होंने दिनभर पार्टी कार्यकर्ताओं और लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों संग बैठक की थी. वह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के लिए प्रचार करने आई हैं.
प्रियंका गांधी का प्रस्तावित कार्यक्रम :
1. सोमवार सुबह 8 बजे स्वराज भवन से कार द्वारा अरैल घाट के लिए निकलेंगी.
2. अरैल घाट से नाव द्वारा संगम जाएंगी, जहां पर पूजा-अर्चना करेंगीं.
3. संगम दर्शन पूजन के बाद हनुमान मंदिर और अक्षय वट दर्शन भी करने जा सकती हैं.
4. यहां से कार से 9 बजे मवैया घाट पहुंचेंगीं. जहां पर स्कूली बच्चों के साथ बोट पर वार्ता करेंगी.
5. यहां से नाव द्वारा 11 बजे दुमदुमा घाट पहुंचेंगीं. वहां पर स्वागत एवं स्थानीय लोगों से बातचीत करने के शिव मंदिर में पूजन-दर्शन के बाद 11:30 बजे बोट द्वारा सिरसा घाट के लिए रवाना होंगीं.
6. दोपहर 12 बजे सिरसा घाट पहुंचेंगी, जहां पर स्वागत के बाद स्थानीय लोगों से मुलाकात कर चुनावी चर्चा भी करेंगी.
7. दोपहर 1 बजे लक्ष्यगृह घाट पर पहुंचेंगी, जहां पर लोगों से मुलाकात कर बातचीत करेंगी.
8. यहां से निकलकर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद महेश यादव के परिजनों से मुलाकात भी करेंगी.
9. लगभग 4 बजे सीतामढ़ी घाट (भदोही) पहुंचेंगीं, जहां पर स्वागत एवं चर्चा के साथ रात्रि विश्राम का कार्यक्रम भी है.