अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चीन द्वारा भारत कि हार से कांग्रेस बहुत खुश जान पड़ती है खास कर राहुल गांधी। राहुल गांधी ने “चौकीदार चोर है” के बाद नया जुमला उछाला है कि “मोदी डरपोक है”। राहुल के मुताबिक मोदी मौन है, चीन ने अज़हर मसूद को फिर से बचा कर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी है। अब विडम्बना यह है कि इस बात पर राजनीति करते हुए और राष्ट्र कि हार को मोदी से जोड़ कर देखते हुए राहुल को कोई परेशानी नहीं हो रही। जबकि सच्चाई तो यह है कि यह हार भी ‘पंडित जवाहर लाल नेहरू’ कि दी हुई है। अब इस मौके पर यदि मोदी कुछ कहते भी हैं तो शायद समूची कांग्रेस पार्टी को ही समझ न आए राहुल कि तो बात ही क्या?? सच है ‘यथा राजा तथा प्रजा’।
आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के प्रयास में चीन द्वारा अड़ंगा लगाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से डरे हुए हैं और चीन के खिलाफ उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है.
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘कमजोर मोदी शी जिनपिंग से डरे हुए हैं. जब चीन भारत के खिलाफ कदम उठाता है तो उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है.’ उन्होंने दावा किया, ‘मोदी की चीन कूटनीति , गुजरात में शी के साथ झूला झूलना, दिल्ली में गले लगाना, चीन में घुटने टेक देना रही.’
Weak Modi is scared of Xi. Not a word comes out of his mouth when China acts against India.
NoMo’s China Diplomacy:
1. Swing with Xi in Gujarat
2. Hug Xi in Delhi
3. Bow to Xi in China
दरअसल, चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश सरगना अजहर मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी. बीते 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने का यह चौथा प्रस्ताव था.