58 साल बाद कांग्रेस फिर गांधी की शरण में आ ही गयी। पिछले पाँच वर्षों से मोदी अमित शाह की जोड़ी ने जिस तरह कांग्रेस से छीन कर गांधी और पटेल को भारतीय जनमानस के विचारों में बैठाया है उससे कांग्रेस बहुत घबरा गयी है। महात्मा गांधी के विचारों को कांग्रेस ही के खिलाफ अपने अंदाज़ में बयां करते हुये मोदी सड़क से लेकर संसद तक कॉंग्रेस पर तंज़ कसते दीखते हैं। पटेल को भी विश्व भर में महिमा मंडित कर जिस प्रकार मोदी ने गुजरात में उनकी प्रतिमा का लोकार्पण किया उससे भी कांग्रेस में बहुत खल बाली मची है। इसी लिए प्रियंका गांधी वाड्रा के पदभार संभालने के बाद पहली सीडबल्यूसी की बैठक गांधी पटेल की कर्मभूमि में राखी गयी है। जहां प्रियंका ने स्वयम माना की वह पहली बार साबरमती आश्रम आयीं हैं। ठीक भी है आतंकवाद प्रेम पर चहुं ओर से घिरी कांग्रेस को गांधी पटेल के चरणों में अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा।
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस मंगलवार यानी आज गुजरात में अपनी वर्किंग कमेटी की बैठक जारी है. इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत पार्टी के बड़े दिग्गज इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं.
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि सरकार की खराब नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था गिरी है. साथ ही मनमोहन सिंह ने कहा कि आज लोगों को यूपीए सरकार की उपलब्धियां बताने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार आज झूठा प्रचार कर रही है. वहीं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी पर पीड़ित बनने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
सोनिया गांधी ने कहा, राष्ट्रीय हित से समझौता करके राजनीति हो रही है. मोदी पीड़ित बनने की कोशिश करते हैं जबकि असली पीड़ित जनता है. बता दें कि कांग्रेस कमिटी की बैठक आज गुजरात में 58 साल बाद हो रही है. बता दें कि बैठक से पहले सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने अहमदाबाद में सरदार बल्लभ भाई पटेल के राष्ट्रीय संग्रहालय में उन्हें श्रद्धांजली दी.