मताधिकार का प्रयोग महिला सशक्तिकरण के लिए भी आवश्यक है: केशनी आनंद अरोड़ा
पंचकूला, 7 मार्च:
हरियाणा राजस्व विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि लोकतं़त्र को मजबूत करने में हर नागरिक की अपनी अहम भूमिका होती है। आज के युग में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना भी हम सबका सामूहिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मताधिकार का प्रयोग महिला सशक्तिकरण के लिए भी आवश्यक है।
श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा आज यहां पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में निर्वाचन विभाग द्वारा आयोजित मतदाता जागरुकता कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थी।
उन्होंने मतदान के क्षेत्र में महिलाओं की बढती हुई भागीदारी पर प्रसन्नता जाहिर की और इसमें और अधिक प्रोत्साहन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1962 में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 47.6 प्रतिशत था जो 2014 में बढ़ कर 65.6 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतं़त्र है और भारत में महिलाओं को मत करने का अधिकार बहुत पहले मिल गया था जबकि ग्रीस में 1952 और स्वीटजरलैंड में 1971 में महिलाओं को वोट करने का अधिकार प्राप्त हुआ था।
उन्होंने कहा कि एक मतदाता के तौर पर हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम वोट जरुर बनवाएं और वोट डालें। इसके साथ ही सबसे बड़़ा कर्तव्य सही व्यक्ति या सही पार्टी को वोट डालना है ताकि लोकतां़ित्रक व्यवस्था सही तरीके से चलती रही। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का लक्ष्य भी है कि इस बार सौ प्रतिशत मतदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को 2.8 लाख महिलाओं के नाम मतदाता सूचियों से काटने पड़े थे क्योंकि मतदाता सूचियों में महिलाओं का सीधे तौर पर नाम दर्ज नही होने की बजाय उनकी पहचान पिता अथवा या पति के नाम से थी। उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि मतदाता सूची में महिलाएं अपना नाम दर्ज करवाएं और अपनी पहचान से अपना वोट डालें। महिलाओं को पुरुषों से आगे बढ़कर वोट डालना है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से भी वोटर कार्ड बनवाने और वोट डालने का आग्रह किया।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री राजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतं़त्र की मजबूती के लिए मतदाताओं को खामोश रहने की बजाय अपने मत के माध्यम से अपनी राय जरुर जाहिर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी मतदाताओं की सहभागिता से ही योग्य उम्मीदवारों के निर्वाचन की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है और अब निर्वाचन आयोग द्वारा कोई भी प्रत्याशी पसंद न होने पर मतदाताओं को नोटा का विकल्प भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक रहा है जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए एक सकरात्मक पहल है।
श्री रंजन ने कहा कि विद्यार्थियों को वोटर कार्ड बनवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने विशेष सुविधा दी है। जो विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने के लिए हाॅस्टल, लाॅन्ज या किराये पर रहते हैं और उनके आवास संबंधि कोई प्रमाण नहीं है वे केवल अपने शिक्षण संस्थान के मुखिया के सत्यापन से ही वोट बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि युवा मतदाताओं को वोट बनवाने व मताधिकार का प्रयोग करने की प्रेरणा देने के लिए प्रदेशभर में जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग न केवल स्वयं मताधिकार का प्रयोग करे बल्कि अपने परिजनों, रिश्तेदारों व संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 2019 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले ऐसे पात्र नागरिक चुनाव नामांकन की तिथि समाप्त होने से 10 दिन पहले तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वोट बनवाने की सुविधा आॅनलाइन भी उपलब्ध है और अपने क्षेत्र के बीएलओ के माध्यम से भी पंजीकरण करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम होने, क्षेत्र के बीएलओ और निर्वाचन पंजीयन अधिकारी सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारियां वोटर टोल फ्री नंबर- 1950 से भी प्राप्त की जा सकती हैं।
कार्यक्रम में पैरा ओलंपियन अर्जुन अवार्डी अमित सरोहा ने भी युवाओं को चुनाव प्रक्रिया में प्रतिभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। प्रतिभागियों की जानकारी के लिए ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। विद्यार्थियों द्वारा अपना वोट-अपना हक नामक लघु नाटिका के माध्यम से मताधिकार के महत्व की जानकारी दी गई। श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने निर्वाचन प्रक्रिया में सहयोग करने वाले अधिकारियों को प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर पुलिस आयुक्त, पंचकूला सौरभ सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक शेखर विद्यार्थी, उपायुक्त डाॅ. बलकार सिंह, कला एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक महेश्वर शर्मा, विशेष सचिव गीता भारती, एसडीम, पंचकूला पंकज सेतिया, एसडीएम, कालका मनीता मलिक, नगराधीश गगनदीप सिंह, अपूर्व सिंह और महाविद्यालय की प्रिंसिपल अर्चना मिश्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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