अन्ना आंदोलन से अराजक राजनीति की नींव रखने वाले अरविंद केजरीवाल अब कांग्रेस का साथ पाने को लालायित (रिरिया रहे हैं) हैं वहीं कांग्रेस ने उन्हे धता बता कर उनसे किनारा कर लिया है। वहीं उनही के पद चिन्हों पर चलते हुए घोर अराजक और तोडफोड की राजनीति करने वाले हार्दिक पटेल गुजरात के पटेल आंदोलन से उठे और कई बार राहुल गांधी से गुप्त मंत्रणाओं से चर्चा में आए अब कांग्रेस के पाले में स्थापित हो चुके हैं और “जामनगर” लोकसभा सीट से प्रत्याशी हो सकते हैं।
गुजरात के पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और राज्य के जामनगर लोकसभा क्षेत्र से उनके आम चुनाव लड़ने की भी संभावना है. पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने बीते बुधवार को इस बात की जानकारी दी. सूत्रों ने बताया- गुजरात में पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की अगुवाई कर चुके हार्दिक पटेल के 12 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होने की संभावना है.
फिलहाल जामनगर से भारतीय जनता पार्टी की नेता पूनमबेन मादम सांसद हैं. पटेल अहमदाबाद में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के समय पार्टी में शामिल होंगे . सूत्रों के अनुसार बैठक के बाद पार्टी के शीर्ष नेता वहां एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य है और कांग्रेस प्रदेश पर पूरा ध्यान लगा रही है . पिछले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी को पार्टी ने यहां कड़ी टक्कर दी थी.
हालांकि 25 साल के हो चुके हार्दिक पटेल ने कुछ दिन पहले कहा था कि जब तक उनके पास जनता की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो पार्टी पॉलिटिक्स में जाने का कोई मतलब नहीं होगा. हार्दिक ने कहा कि वो पूरे देश में घूमेंगे और सत्ता की गलत नीतियों का विरोध करते रहेंगे. गुजरात चुनाव में सूरत के नतीजों पर सवाल खड़ा करने वाले हार्दिक पटेल ने यह भी कहा था कि भले ही कांग्रेस 3 राज्यों में जीत गई हो लेकिन ईवीएम से छेड़छाड़ का सवाल बना हुआ है. पटेल ने कहा था कि मध्यप्रदेश में काफी देर से आए नतीजे फिर से सवाल उठा रहे हैं.