वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पार्टी के महासचिव और राहुल गांधी के राजनैतिक गुरु माने जाने वाले दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तानी प्रधान मंत्री को बधाई देते हुए अपनी सरकार से पाकिस्तान के काश्मीर में भारतीय सेना द्वारा किए गाय कथित हमले के सबूत मांगे हैं और उन्होने इसके लिए अमरीका का उदाहरण भी दिया।
इंदौर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव दिग्विजय सिंह ने शनिवार को भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक से सबूत मांगे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि तकनीक इस जमाने में किसी भी चीज का सबूत मिल जाता है. सरकार को एयर स्ट्राइक का सबूत देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकार से एयर स्ट्राइक सबूत मांगता है तो भारत सरकार को सबूत देकर उनका मुंह बंद कर देना चाहिए. दिग्विजय ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को रिहा करने के फैसले पर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को बधाई भी दी.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमेरिका ने भी ओसामा बिन लादेन की मौत का सबूत दिया था. उसी तरह भारत सरकार को भी एयर स्ट्राइक का सबूत देना चाहिए. अभिनंदन की वतन वापसी को लेकर बोले उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान के पीएम इमरान को इसके लिए बधाई देता हूं. उन्होंने साबित किया कि वे अच्छे पड़ोसी हैं. इमरान ने बिना टालमटोल किये विंग कमांडर को छोड़ दिया. अब इमरान खान को बहादुरी से हाफिज सईद ओर अजहर मसूद को भी भारत को सौंप देना चाहिए.
कैलाश विजयवर्गीय के बयानों पर हमला बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पिछले कुछ दिनों से उनके बयान देख रहा हूं, वह भटके हुए लग रहे है. दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय ने कुछ राजनीतिक लोगों और पत्रकारों को पाकिस्तान का समर्थक बताया था.
वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने भी शनिवार को आरोप लगाया कि बीजेपी के मंत्री पाकिस्तान में हवाई हमले में हताहतों की संख्या के बारे में मीडिया में ”बढ़ा चढ़ाकर” आंकड़े लीक कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा दिये गये किसी भी आंकड़े को ”गंभीरता” से नहीं लिया जा सकता है. तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्विटर पर कहा कि सुरक्षा बलों ने हमले में हताहतों की कुल संख्या के बारे कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है.
उन्होंने टीवी समाचार की खबरों के स्क्रीनशॉट के साथ ट्वीट किया, ”भारतीय वायुसेना लगातार कह रही है : ”कोई संख्या नहीं”. तो फिर बीजेपी के एक-दो मंत्री यह संख्या बढ़ा चढ़ाकर क्यों लीक कर रहे हैं? और दिल्ली की मीडिया इन आंकड़ों के जाल में फंस गयी. क्या कोई भी आंकड़ा जो यह सरकार देगी उस पर गंभीरता से भरोसा किया जा सकता है? पत्रकार? या दुष्प्रचार उर्फ सूत्रों के गुलाम?” टीवी समाचार चैनलों पर सूत्रों के हवाले से हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद के 200-300 आतंकवादियों के मारे जाने की बात कही जा रही है.
बाद में एक बयान में ब्रायन ने आरोप लगाया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर ”विभाजनकारी राजनीति” कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ”देखिये ‘वोट बैंक की राजनीति’ के बारे में कौन बात कर रहा है. अमित शाह और बीजेपी विभाजनकारी और नफरत की राजनीति के सबसे बड़े समर्थक हैं.” उन्होंने कहा, ”हमलोग देशभक्ति पर उनका भाषण नहीं सुनेंगे. हमारी सशस्त्र सेना का नाता भारत से है न कि मोदी-शाह-बीजेपी से.”
इस बयान के आने से एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीमा पार जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हवाई हमले के असर को लेकर सरकार से सबूत मांगे थे. भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद यह हवाई हमला किया. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे.