कांग्रेस बहुत ही असमंजस की स्थिति में है, शीला को अरविंद का साथ नहीं पसंद, मकान ने दिल्ली कांग्रेस अरविंद के चक्कर में छोड़ि, जब दिल्ली के 2 दिग्गज नेता आम आदमी पार्टी के खिलाफ हैं तो यह तीसरा कौन है जो आम आदमी को सत्ता परोसना चाहता है।
नई दिल्ली: कांगेस दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने पर विचार कर रही हैं हालांकि पार्टी के एक धड़े का मानना है कि बीजेपी को हराने के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का विकल्प खुला हुआ है. हालांकि पार्टी की दिल्ली इकाई फिलहाल गठबंधन नहीं करने के रुख पर कायम है.
सूत्रों का कहना है कि आप की तरफ से गठबंधन के लिए संपर्क किया जा रहा है और इस बारे में जल्द कोई फैसला हो सकता है. उधर, आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘तालमेल होगा, लेकिन यह इतनी जल्दी और आसानी से नहीं होगा.’
क्या कहना है कांग्रेस का?
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा,‘तालमेल के लिए आप लगातार संपर्क कर रही है और कांग्रेस के भीतर एक धड़ा है जो मानता है कि गठबंधन का विकल्प खुला रहना चाहिए. हमारा मकसद बीजेपी को पराजित करने का है.’
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने कहा,‘पार्टी सभी सात सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है और उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया जारी है.’ आप के साथ गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में अब तक कोई बात नहीं हुई है.
शीला ने दोहराया गठबंधन न करने का पुराना रुख
उधर, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने शुक्रवार को तीनों कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बैठक की जिसमें पार्टी के पुराने रुख को दोहराया गया कि आप के साथ गठबंधन नहीं होगा.
शीला पहले भी दोहरा चुकी हैं कि दिल्ली में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी, हालांकि आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल कई मौकों पर खुलकर कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहते हैं.