खट्टर सरकार ने प्रस्तुत किया निराशाजनक बजट : सुरजेवाला
कहा, बजट ने किया जनता को निराश
भाजपा सरकार ने संपन्न और फलते-फूलते प्रदेश को कंगाली के रास्ते पर ला खड़ा किया, प्रदेश पर कर्ज़ा 1 लाख 80 हजार करोड़ हुआ; 4 वर्ष में ही प्रदेश पर चढ़ा 1 लाख 10 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्ज
भाजपा सरकार ने संपन्न और फलते-फूलते प्रदेश को कंगाली के रास्ते पर ला खड़ा किया, प्रदेश पर कर्ज़ा 1 लाख 80 हजार करोड़ हुआ; 4 वर्ष में ही प्रदेश पर चढ़ा 1 लाख 10 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्ज
चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा जारी किए गए बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बताया है, जिसने समाज के सभी वर्गों को निराश किया है ।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा के लोगों को अपने आखिरी बजट से हर बार की तरह एक बार फिर पूरी तरह निराश किया है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र की पूरी तरह अनदेखी की गयी है, जिसमे महंगाई दर को भी ध्यान नहीं रखा गया।
सरकार ने इस बजट में न तो युवाओं, न किसानों और न ही व्यापारियों के लिए कोई विशेष घोषणा की, जो 1500 करोड़ रुपए की कागजी योजना घोषित की है, उनके बारे में नहीं बताया की वो कहाँ इस्तेमाल होंगे और कहाँ से पैसे का इंतज़ाम किया जाएगा।बजट ने सरकारी कर्मचारियों को भी पूरी तरह निराश किया है जो भाजपा के चुनावी वायदे के अनुसार पंजाब वेतनमान की तर्ज पर वेतनमान की वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश की जनता को उम्मीद थी कि यह सरकार अपनी विदाई के समय कुछ न कुछ बड़ी घोषणाएं करेंगी, लेकिन इस जन विरोधी सरकार ने जनता की उम्मीदों पर इस निराशाजनक बजट से पूरी तरह से पानी फेर दिया है। इस बजट में न तो भविष्य के लिए कोई योजना है और न ही कृषि, छोटे दुकानदारों को कोई राहत दी गई है। वहीं रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जहाँ इस निक्कमी सरकार की लूट खसोट की नीति के कारण डीजल, खाद, बीज, कीटनाशक के दाम बढ़ाए गए, वहीं इतिहास में पहली बार किसानों के उपकरणों पर टैक्स लगाया गया और अब इस बजट ने किसानों को घोर निराशा दी है।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश की जनता को उम्मीद थी कि यह सरकार अपनी विदाई के समय कुछ न कुछ बड़ी घोषणाएं करेगी, लेकिन इस जन विरोधी सरकार ने जनता की उम्मीदों पर इस निराशाजनक बजट से पूरी तरह से पानी फेर दिया है। इस बजट में न तो भविष्य के लिए कोई योजना है और न ही कृषि, छोटे दुकानदारों को कोई राहत दी गई है। वहीं रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जहाँ इस निक्कमी सरकार की लूट खसोट की नीति के कारण डीजल, खाद, बीज, कीटनाशक के दाम बढ़ाए गए, वहीं इतिहास में पहली बार किसानों के उपकरणों पर टैक्स लगाया गया और अब इस बजट ने किसानों को घोर निराशा दी है।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने संपन्न और फलते-फूलते प्रदेश को कंगाली के रास्ते पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दस सालों के कार्यकाल में हरियाणा का तेजी से विकास हुआ। समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हए में अनेको योजनाएं लागू की गईं। लेकिन भाजपा सरकार ने समृद्ध व उभरते हुए प्रदेश को कंगाली पर ला खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में स्वयं ही स्वीकार किया है कि 2019-20 में प्रदेश का ऋण बढ़कर 1,79,740 करोड़ रुपए हो गया है, जबकि 2014-15 में प्रदेश का कर्ज 70,931 करोड़ रुपये था, जोकि भाजपा सरकार बनने के बाद बढ़कर 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के लोगों को यह जानकर हैरानी हो रही है कि खट्टर सरकार द्वारा अपने शासनकाल में कोई भी नई परियोजनाएं शुरू न करने के बावजूद राज्य का कर्ज 1 लाख 10 हजार करोड़ कैसे बढ़ गया।
सुरजेवाला ने कहा कि तथ्य गवाह हैं कि कांग्रेस सरकार ने विकास के नए रास्ते खोल 10 वर्षों में प्रदेश का कायाकल्प कर दिया था। प्रदेश के कर्ज में भी 10 सालों में 56 हजार करोड़ से कम की वृद्धि हुई थी। लेकिन इस भाजपा सरकार ने अपने साढ़े 4 वर्षों में राज्य को 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ के तले डाल दिया, जोकि काफी चिंताजनक है। इस बजट में लोगों को गुमराह करने के लिए केवल आंकड़ों की जादूगरी की गई है।
सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार की झूठ और जुमलों पर टिके बजट की पोल खुल चुकी है और खट्टर सरकार की विदाई का समय अब आ चुका है।
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