Friday, December 27

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर आसिफ़ गफूर ने कहा है कि, “बेवकूफ दोस्त से अक्लमंद दुश्मन बेहतर होता है. भारत दुश्मनी में बेवकूफ़ी और झूठ का सहारा लेता है.”

उन्होंने ये भी कहा, “भारतीय मीडिया में दावा किया जा रहा है है कि भारतीय वायुसेना के विमान 21 मिनट तक पाकिस्तान की सीमा पर रहे. लेकिन हम कह रहे हैं कि वे आएं और पाकिस्तान की सीमा में 21 मिनट तक रहकर दिखाएं.”

गफूर ने ये भी कहा है कि भारत के विमानों के सीमा तक आने की जानकारी रडार से मिल रही थी.

उन्होंने ये भी बताया, “हमने तीन जगह उनकी विमानों को जवाब दिया.दो जगह तो वे हमारी सीमा में घुस भी नहीं पाए लेकिन तीसरे जगह में वे हमारी सीमा में आए और करीब चार मिनट के अंदर ही उन्हें वापस जाना पड़ा. “

गफूर के मुताबि जब भारतीय विमानों को वापस जाना पड़ा तो उन्होंने पेलोड गिराए. इसमें चार बम गिराए गए. लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ. कोई भी जाकर देख सकता है. हम लोगों को वहां ले जा रहे हैं.

भारत 350 चरमपंथियों को मारने की बात कह रहा है लेकिन वहां कुछ तो मलबा होगा, कुछ तो शव होते लेकिन वहां कुछ भी नहीं है.

गफूर ने ये भी कहा है, “भारत पाकिस्तान को चौंका नहीं सकता, हम ऐसी स्थिति के लिए तैयार थे. हम इसका जवाब देंगे. अलग तरह से जवाब देंगे और भारत को सरप्राइज देंगे.”

गफूर ने ही सबसे पहले ट्वीट करके दुनिया को बताया था कि भारतीय विमान पाकिस्तान की सीमा में घुसे थे.

महमूद कुरैशी का बयान
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की संप्रुभता का उल्लंघन किया है.

भारत सरकार का कहना है कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के भीतर जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को तबाह किया है वहीं पाकिस्तान का कहना है कि उसकी वायु सेना ने भारतीय विमानों को वापस खदेड़ दिया.

इसी बीच पाकिस्तान में सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है. प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद जारी किए गए बयान में भारत के दावों को खारिज करते हुए कहा गया, “भारत के बालाकोट के पास कथित आतंकी शिविर को नष्ट करने और भारी जानी नुक़सान होने के दावे को सख़्ती से ख़ारिज करते हैं.”

पाकिस्तान स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के पत्रकारों को मौके पर भी ले जा रहा है. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि वह भारत के इस ग़ैर ज़रूरी आक्रमण का अपनी पसंद की जगह और समय पर जबाव देगा.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बैठक के बाद कहा, “एक बार फिर भारत सरकार ने अपने उद्देश्य पूरे करने के लिए बेबुनियाद और मनगढ़ंत दावे किए हैं. ये अपनी घरेलू ज़रूरतें पूरा करने के लिए किया गया है क्योंकि माहौल चुनाव का है और इसके लिए क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को गंभीर ख़तरे में डाल दिया है.”

क़ुरैशी ने कहा, “प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने सेना के सभी अंगों और आम लोगों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है.”

उन्होंने कहा, “ये पाकिस्तान के ख़िलाफ़ आक्रमण है और पाकिस्तान जबाव देगा”

पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा अबके मार के देख?
पाकिस्तानी विदेश मंत्री की प्रेस वार्ता में एक पत्रकार ने रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री से पूछा, ‘क्या हम ऐसी स्थिति में हैं कि अबकी मार के देख क्या पाकिस्तान अब भारत को जबाव देगा?’

क़ुरैशी ने कहा, ‘ये ऐसा समय है जब आपको पाकिस्तानी वायु सेना की क्षमता और तैयारी पर सवाल नहीं करना चाहिए. पाकिस्तान का नेतृत्व, चाहे वों सैन्य नेतृत्व हो या राजनीतिक नेतृत्व हो, भारत को कब जबाव देना है, कैसा जबाव देना है ये नेतृत्व की परीक्षा है.’

‘हालात को और ख़राब करना न हमारा मक़सद था और ना है, लेकिन आक्रमण को जबाव देना हमारा हक़ है. अभी स्थिति बहुत नाज़ुक है, मैं आपसे कोई ग़ैर ज़िम्मेदाराना बात नहीं कहूंगा कि मेरे जुमले से बात बिगड़े. हम शांतिप्रिय देश हैं, लेकिन हम पाकिस्तानी सरहदों की रक्षा के महत्वपूर्ण को भी समझते हैं.

पाकिस्तानी मीडिया में क्या चल रहा है?

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल डॉन न्यूज़ में कहा जा रहा है- भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया, मुज़फ़्फ़राबाद सेक्टर में तीन से चार मील भीतर तक घुस आए. पाकिस्तानी वायु सेना ने तुरंत जबाव दिया तो जल्दबाज़ी में पेलोड गिराकर भागे. सरकार का कहना है कि कोई जानी या माली नुकसान नहीं हुआ. डॉन टीवी पर एक रिपोर्ट में कहा गया कि पेलोड गिरने से कुछ पेड़ों को नुक़सान पहुंचा है.

वहीं डॉन न्यूज़ की वेबसाइट पर भी इसी ख़बर को दोहराया गया है. अपनी रिपोर्ट में डॉन न्यूज़ ने पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ़ गफ़ूर के बयान को तो शामिल किया गया है लेकिन ज़मीनी हालात के बार में कुछ नहीं बताया गया है. डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय विमानों ने बालाकोट में अपना पेलोड गिराया लेकिन इससे कोई नुक़सान नहीं हुआ है.

समा टीवी की रिपोर्ट में भी यही बातें दोहराई गईं हैं और कहा गया है कि पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत के हवाई हमले को नाकाम कर दिया. समा टीवी ने भी अपनी रिपोर्ट को पाकिस्तानी सेना के बयान तक ही सीमित रखा है और ज़मीनी हालात के बारे में कुछ नहीं बताया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो भारतीय लड़ाकू विमानों ने अपना पेलोड गिराया लेकिन कोई नुक़सान नहीं हुआ है.

वहीं वेबसाइट द न्यूज़ इंटरनेशनल ने अपनी एक रिपोर्ट में सवाल उठाया कि, ‘भारत अपने दावों के सबूत पेश करने में नाकाम रहा.’ रिपोर्ट में कहा गया, ‘एक ओर पाकिस्तानी सेना ने घटनाक्रम के बारे में देश को लगातार अपडेट दीं वहीं भारतीय रक्षा मंत्रालय भारतीय वायु सेना की दख़लअंदाज़ी से पूरी तरह बेख़बर था. घंटों बाद भारतीय रक्षा सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया जहां उन्हें अपने लोगों को सटीक तथ्य बताने थे लेकिन उन्होंने और ज़्यादा भ्रम फैलाया.’