भाजपा सांप्रदायिक पार्टी,
सनद रहे भागवत झा आज़ाद कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे हैं जीके लिए किर्ति ने मान की बूथ लूटे जाते रहे हैं
दरभ्ंगा से सीट न मिलने पर भाजपा छोड़ी और अब अलाकमान ही चुनाव लड़ने न लड़ने का निर्णय लेंगे
मुकेश कुमार, दरभंगा : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) छोड़ कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर पहली बार दरभंगा पहुंचे सांसद कीर्ति आजाद का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. स्वागत कार्यक्रम के दौरान अफरातफरी की स्थिति भी उत्पन्न हो गई. सभा स्थल पर बनाया गया मंच टूट गया. इस दौरान बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा भी मौजूद थे. मंच टूटने से सभी नेता और कार्यकर्ता जमीन पर गिर गए. राहत की बात यह रही की इसमें किसी भी नेता को ज्यादा चोटें नहीं आई.
स्वागत कार्यक्रम के दौरान अपनी नई नवेली पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कीर्ति आजाद ने कुछ ऐसा कहा कि लोग कुछ देर के लिए सोचने को मजबूर हो गए.
उन्होंने अपनी पत्नी पूनम आजाद को कांग्रेसी परिवार की बेटी बताते हुए कहा, ‘उस दौर में नागेंद्र बाबा (नागेंद्र झा) और डॉ साहब (जगन्नाथ मिश्र) के लिए बूथ लूटा करते थे. उस समय तो लूटा जाता था, लेकिन आज के समय में कोई गड़बड़ी नहीं है. मेरे पिता भागवत झा आजाद के लिए भी बूथ लूटा जाता था. 1999 में मेरे लिए भी लूटा गया था बूथ. उस समय इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) नहीं आयी थी.
इससे पहले दरभंगा पहुंचने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कीर्ति आजाद जमकर स्वागत किया. रोड शो के दौरान उनके साथ मदन मोहन झा भी साथ रहे. रोड शो के बाद वह दरभंगा स्थित कांग्रेस दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमारी यह वापसी है. उन्होंने खुद को जन्म से कांग्रेसी बताया. साथ ही उन्होंने बीजेपी को सबसे बड़ा साम्प्रदायिक पार्टी करार दिया.
लगातार दरभंगा से अपनी दावेदारी पेश करने वाले कीर्ति आजाद यूं तो कल तक किसी भी सूरत में दरभंगा से चुनाव लड़ने की बात कह रहे थे, लेकिन कांग्रेस ज्वाइन करते हीउनके सुर थोड़े बदले जरूर हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने की इच्छा हमने पार्टी के आलाकमान को बता दिया हैं, लेकिन पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे जरूर पूरा करेंगे. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि कीर्ति आजाद के कांग्रेस में आने से बहुत फायदा होगा.