ओमर ने काश्मीरी छात्रों की स्थिति पर घड़ियाली आँसू बहाये
काश्मीर से लाखों हिन्दू परिवारों के पालायन पर सदा चुप्पी साधे रहने वाले ओमर अब्दुल्लाह को चंद कश्मीरी विद्यार्थियों की चिंता सता रही है क्योंकि उन काश्मीरी मुस्लिम छात्रों में से कुछ ने पुलवामा हमले को जायज ठहराया था और शायद उन पर प्रशासनिक कार्यवाही चल रही है। अब ओमर यह वक्तव्य दे कर स्थिति को काश्मीरियों के लिए और भयावह बता कर भुनाना चाहते हैं। अगर ओमर को काश्मीरियों कि चिंता होती तो काश्मीर का पर्याय बन चुके घाटी से निष्कासित पंडित अपने ही देश में रेफ़्यूजी न होते। काश्मीर के लिए रोने वाले ने काश्मीर कि आधी आबादी को वापिस बुलाने के लिए क्या प्रयास किए? एक बार भी उन्होने भारत के दूसरे हिस्सों में बसे काश्मीरी पंडितों के घरौंदों में जा कर उनका हाल चाल पूछा, इतिहास अभी तक उस लम्हे को खोज रहा है।
श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश में कुछ स्थानों पर कश्मीरियों को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने पर रविवार को कहा कि कश्मीर महज जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह लोगों से मुकम्मल होता है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीरियों पर हमले कर लोग कह रहे हैं कि कश्मीर घाटी के बाहर उनके लिए कोई जगह नहीं है और देश की मुख्य भूमि (शेष भारत) में उनका कोई भविष्य नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर पूछा ,‘‘…कश्मीरियों को ‘निष्कासित’ कर किसके उद्देश्य पूरे किए जा रहे हैं।’’ADVERTISING
Omar Abdullah✔@OmarAbdullah · 5 घंटे@OmarAbdullah को जवाब दिया जा रहा है
By attacking them, terrorising them & forcing them to find shelter they are being told there is no place for them outside the valley & no future in the mainland.
Those hotheads that make up the mobs doing this damage need to ask themselves (if they have the mental bandwidth) whose purpose is served by ostracising Kashmiris.49712:01 अपराह्न – 17 फ़र॰ 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता143 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
उमर ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के बाहर पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों को वैसे लोगों के उदाहरण के रूप में देखना चाहिए, जो कश्मीर में राजनीति और संघर्ष से अलग रहते हैं और जिन्होंने इसके बजाय अपने लिए एक भविष्य बनाना चुना है। लेकिन उन पर हमले कर, उन्हें आतंकित कर और उन्हें शरण लेने को मजबूर कर, उनसे कहा जा रहा है कि घाटी के बाहर उनके लिए कोई जगह नहीं है और न ही मुख्यभूमि पर उनके लिए कोई भविष्य है।” उन्होंने कहा, ‘‘…कश्मीर महज जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह लोगों से मुकम्मल होता है।’’
Young Kashmiri students studying outside J&K should have been feted as examples of people who have stayed away from the politics & conflict in Kashmir, choosing instead to make a future for themselves.1,63512:01 अपराह्न – 17 फ़र॰ 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता609 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
Omar Abdullah✔@OmarAbdullah · 5 घंटे
Young Kashmiri students studying outside J&K should have been feted as examples of people who have stayed away from the politics & conflict in Kashmir, choosing instead to make a future for themselves.
By attacking them, terrorising them & forcing them to find shelter they are being told there is no place for them outside the valley & no future in the mainland.27512:01 अपराह्न – 17 फ़र॰ 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता145 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
उनका यह बयान जम्मू में कश्मीरियों पर हमले होने और राज्य के बाहर कुछ स्थानों पर उन्हें प्रताड़ित किए जाने की घटनाओं के बाद आया है। उमर ने कहा कि दुश्मन कश्मीर घाटी के लोगों और देश के बाकी हिस्सों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि उन्होंने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी।
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