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“भरत मुनि संगीत सम्मेलन अपने आप मे एक बहुत अच्छी पहल है और आशा है कि आने वाले समय मे इसमें देश विदेश के महान कलाकार भाग लेंगे, ” यह उम्मीद ज़ाहिर की सुविख्यात सितारवादक और सर्वप्रिय शिक्षक पण्डित हरविंद्र शर्मा ने। पण्डित जी आज संस्कार भारती द्वारा हरियाणा कला परिषद के सहयोग से आयोजित पहले भरत मुनि संगीत सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे। उन्होंने राग रागेश्वरी से अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की, इसके बाद राग बसन्त से उपस्थित श्रोताओं को आनन्दित किया।सितार वादन में उनका साथ उनकी शिष्या विनीता और तबले पर जयदेव और गुरप्रीत मोगा ने संगत दी।
शास्त्रीय गायन में छोटी सी आयु से ही अपना मुकाम रखने वाली संगीतज्ञा एवं शिक्षका डॉ मोनिका सोनी ने सरस्वती वंदना, “जय जय भगवती…..” आदि प्रस्तुतियों से समां बाँधा। उन्होंने राग मुल्तानी, ठुमरी तथा राग बसन्त प्रस्तुत किए। हारमोनियम पर मुरलीधर सोनी और तबले पर गुरप्रीत मोंगा ने उनका साथ दिया
कार्यक्रम के अंत मे स्वधा समूह के कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति से सभागार करतल ध्वनी से गूंज उठा।
इस अवसर पर पंचकूला के विधायक और मुख्य सचेतक ज्ञान चन्द गुप्ता ने कहा कि संगीत केवल मनोरंजन ही नहीं व्यकितत्व निर्माण में भी सहायक होता है।
कार्यक्रम में आई ए एस अधकारी कुमार गौरव धवन, राजीव शर्मा,( सेवानिवृत्त आई ए एस) डॉ सुरेन्द्र मोहन कान्त( पूर्व निदेश , युवा कल्याण, पंजाब विश्विद्यालय) और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक प्रमुख नवीन शर्मा भी उपस्थित रहे।