पंजाब विधानसभा ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया. बीते गुरुवार को हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं. सभी विधायकों ने सदन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा.
प्रस्ताव पेश कर सदन की कार्यवाही स्थगित करने का प्रस्ताव करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि अब बहुत हो गया. उन्होंने केंद्र सरकार से पाकिस्तान की इस कायरतापूर्ण हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, यह उन्हें सबक सिखाने का समय है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शांति की बात करते हैं और सेना प्रमुख युद्ध की बात करते हैं.
सिद्धू आज भी मानते हैं की आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। वह ऐसा बोलते वक्त बाजवा की गलबहियों के आनंद में झूम जाते होंगे। सिद्धू साहिब आपको खास तौर पर पता होना चाहिए की आतंकवाद का देश भी है, जाती भी और धर्म भी।
पंजाब कैबिनेट अपने पाकिस्तान से बातचीत जारी न रखने के अपने फैसले के प्रति कितने जवाबदार हैं।
क्या इस फैसले में वह पाकितान के साथ व्यापारिक संबंध विच्छेद करेगा?
क्या पाकिस्तान को पंजाब की बिजली की आपूर्ति होती रहेगी ?
क्या पंजाब हरियाणा का पानी रोक कर पाकिस्तान के खेतों को हमारे पानी से सींचता रहेगा?
क्या काठमांडू या बांग्लादेश जाने के लिए पाकिस्तान को अपना हवाई मार्ग प्रदान करेगा??
पंजाब विधानसभा में पाकिस्तान के खिलाफ प्रस्ताव पेश हुआ. पाकिस्तान से हर तरह की बातचीत बंद करने का प्रस्ताव पास हुआ है. वहीं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का न कोई धर्म होता है और न ही जाति होती है. आतंकवाद की न कोई पार्टी होती है और न ही देश होता है. जान लेना किसी समस्या का हल नहीं होता.