Thursday, December 26

अजमेर: अजमेर शरीफ दरगाह के प्रमुख ने पुलवामा की घटना का विरोध किया है. जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए दरगाह दीवान सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा है कि भारत सरकार सालाना उर्स आने वाले यात्रियों का जत्थे को तत्काल रोके. क्योंकि पाकिस्तान उर्स यात्रा के बहाने अपने एजेंट को भेजकर भारत के खिलाफ जानकारियां इकट्ठा करता है.

अपने निवास पर एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, ”ये हमला पाकिस्तान ने करवाया है. पिछले 5 सालों में अन्य संगठनों के माध्यम से पाक भारत में 28 आतंकी हमले करवा चुका है. ऐसे में अब मोदी सरकार को चाहिए की भारत से पाक उच्चायोग को बंद कर पाकिस्तान लौटने के निर्देश जारी करें और साथ ही हर शहीद के परिजन को 1 करोड़ की मदद दे. साथ ही सरकारी नौकरी भी. इसी तरह राजस्थान के 5 शहीदों के परिवारजनो को भी गहलोत सरकार 50-50 लाख की मदद करें.”

उन्होंने यह भी कहा, ” भारत सरकार अब आगामी अजमेर शरीफ उर्स में किसी भी पाकिस्तानी जत्थे को आने की अनुमति ना दे.” इस दौरान अजमेर दरगाह के दीवान ने आरोप लगाया, ”पाकिस्तान हुकूमत भारत भेजने वाले जत्थे में अपने एजेंट भी भेजता है. जिससे कई गुप्त जानकारियां भारत से हासिल करता है. जो देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरनाक है.”

इस दौरान दीवान खान ने जम्मू-कश्मीर के सभी शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही घायलों की सलामती के साथ उनके परिजनों को सब्र की प्रार्थनाएं भी की.