चंडीगढ़, 13 फरवरी:
लुधियाना में घटे सामुहिक बलात्कार मामले का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बलात्कार मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतों पर ज़ोर देते हुए सदन को भरोसा दिया कि वह ऐसे मामलों में जल्दी न्याय को यकीनी बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस के पास पहुँच करके उनके निजी दख़ल की माँग करेंगे।
हाल ही में लुधियाना में घटे सामुहिक बलात्कार केस पर लोक इन्साफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस और आप विधायक कुलतार सिंह संधवां द्वारा उठाए गए मामले पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने सदन को भरोसा दिलाया कि वह चीफ़ जस्टिस को फास्ट ट्रैक अदालतों में ऐसे मामलों की रोज़मर्रा की सुनवाई करने की अपील करेंगे। उन्होंने पीडि़तों को जल्द न्याय मुहैया करवाने के अलावा ऐसे घिनौने जुर्मों के दोषियों को मिसाली सज़ा की ज़रूरत पर ज़ोर दिया जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने विधान सभा को अवगत करवाया कि इस घिनौने अपराध में शामिल छह व्यक्तियों में से तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि बाकियों को भी जल्दी ही पकड़ लिया जायेगा। राज्य में अमन कानून की व्यवस्था की कोई भी समस्या न होने का जि़क्र करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने विरोधी पक्ष को इस मामले पर बहस करने की चुनौती दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जबसे उनकी सरकार ने सत्ता संभाली है, उस समय से अब तक राज्य में अमन कानून की कोई भी बड़ी समस्या पैदा नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार की सरपरस्ती मेें सिर उठाने वाले सभी बड़े गैंगस्टरों पर सफलता के साथ कार्यवाही की गई और इसी तरह लक्षित करके किये कत्ल के मामलों को भी सुलझाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान लोगों का भरोसा बहाल किया है।