हम ऐसे अधिकारियों पर नजर रखेंगे जो ज्यादा उत्साही हैं और पीएम मोदी के प्रति अपनी वफादारी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कह कर कपिल सिब्बल ने अधिकारियों जो की राष्ट्र के प्रति समर्पित भाव से काम कर रहे हैं को धमकाया।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आने वाले चुनावों को लेकर अधिकारियों पर निशाना साधा है. सिब्बल ने कहा, ‘अधिकारियों को ध्यान रखना चाहिए कि चुनाव आते जाते हैं, कभी हम विपक्ष में होते हैं और कभी सत्ता में होते हैं. हम ऐसे अधिकारियों पर नजर रखेंगे जो ज्यादा उत्साही हैं और पीएम मोदी के प्रति अपनी वफादारी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं.’
वहीं प्रसिद्ध अभिनेता रहे अमोल पालेकर की स्पीच बीच में रोक दिए जाने के मुद्दे पर सिब्बल ने कहा, ‘किसी के खिलाफ देशद्रोह हो जाता है, किसी को बोलने नहीं दिया जाता है. ये तो नया भारत है न. देश बदल रहा है. पीएम मोदी तो यही अच्छे दिन के बारे में बात करते थे.
राफेल डील के मामले पर सिब्बल ने कहा कि राफेल डील वर्तमान सीएजी राजीव महर्षि के वित्त सचिव रहते हुआ. चूंकि यह एक भ्रष्ट सौदा है तो जांच होनी चाहिए. लेकिन, कैग खुद के खिलाफ जांच कैसे करेगा? पहले वह खुद को बचाएंगे, फिर सरकार को. यह हितों का टकराव है.View image on Twitter
Kapil Sibal,Congress:Officials should know that elections come&go,sometimes we’re in opposition&sometimes we are the ruling party.We’ll keep an eye on officials who are over enthusiastic&trying to show loyalty to PM.They should remember that Constitution is bigger than anything.1,6275:02 PM – Feb 10, 20191,837 people are talking about thisTwitter Ads info and privacyView image on Twitter
Kipal Sibal,Congress on Amol Palekar being asked to cut short his speech at National Gallery of Modern Art, Mumbai:Kisi ke khilaf sedition ho jata hai, kisiko bolne nahi diya jata. Ye to’new India’ hai na. Desh badal raha hai, Modi ji to yehi achhe din ke bare mein baat karte the2215:11 PM – Feb 10, 2019171 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy
गौरतलब है कि अमोल पालेकर शनिवार को एक सार्वजनिक मंच से बोल रहे थे. उन्होंने जैसे ही केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के एक फैसले की आलोचना करनी शुरू की, कार्यक्रम की मॉडरेटर ने उन्हें बोलने से ही रोक दिया. उन्हें अपने पूरे भाषण के दौरान कई बार रोका गया और स्पीच को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए भी कहा गया.
अमोल पालेकर नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट के जरिए आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. ये कार्यक्रम मशहूर कलाकार प्रभाकर बर्वे की याद में आयोजित किया गया था. अमोल अपनी स्पीच में बोल रहे थे कि कैसे आर्ट गैलरी ने इन दिनों अपनी स्वतंत्रता खोई है. उन्होंने इसके कामकाज पर भी कई सवाल उठाए.