फोटो और खबर राकेश शाह
चंडीगढ़, 8 फरवरी:
आज राष्ट्रीय सिख संगत का एक प्रतिनिधि मंडल महामहिम राज्यपाल श्री ओमप्रकाश कोहली जी एवं माननीय मुख्यमंत्राी श्री विजय रुपाणी जी से श्री अविनाश जायसवाल-राष्ट्रीय महामंत्राी संगठन के नेतृत्व में मिला। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों में राष्ट्रीय महासचिव डा. अवतार सिंह शास्त्राी, प्रदेश अध्यक्ष स. बलजीत सिंह संधू, प्रदेश संगठन मंत्राी श्री जगजीवन शर्मा, प्रदेश महामंत्री श्री पवन सिंध्ी ने निम्न महत्वपूर्ण विषयों पर मुख्यमंत्राी आवास में बैठक कर विचार-विमर्श किया।
सौभाग्य से वर्ष 2019 हिन्दुस्थान देश, धर्म, समाज रक्षक जगद् गुरु बाबा श्री नानकदेव महाराज जी का 550वां प्रकाश पर्व वर्ष है। नागपुर (महाराष्ट्र) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परमपूजनीय सरसंघचालक डा. मोहन राव जी भागवत ने विजय दशमी के अवसर पर अपने संबोधन में तथा एक वक्तव्य में कहा कि न केवल संघ परिवार को बल्कि देश विदेश में भारतीयों को उनके पवित्रा सन्देशए शिक्षाओं को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया।
भारत के यशस्वी प्रधनमंत्राी श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी ने इस पर्व को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने के लिए एक (एनआईसी) नेशनल इंपलीमेंटेशन कमेटी, भारत सरकार एवं अन्य राज्य सरकारों ने भी समिति बनाकर अपने प्रदेशों में यह कार्यक्रम करने के आदेश दिए है।
जगदगुरु बाबा श्री गुरु नानकदेव जी महाराज ने यूं तो पूरे विश्व को प्यार एवं वात्सल्य से निहाल किया हैए परन्तु गुजरात से उनका कुछ अतिरिक्त लगाव था। महाराज जी ने अपने जीवन का कुछ अमूल्य समय गुजरात की पावन भूमि द्वारिका बेट एवं लखपत में व्यतीत किया। इसीलिए स्वभाविक ही गुजरात के जनमानस की ओर से श्री गुरु नानकदेव जी महाराज का प्रकाश पर्व प्रेरक, प्रभावी और सारे देश के लिए ही नहीं, अपितू संपूर्ण विश्व के लिए प्रकाशस्तंभ का कार्य करेए ऐसी माननीय मुख्यमंत्राी जी ने इच्छा व्यक्त कर राष्ट्रीय सिख संगत के प्रतिनिध्यिों को आश्वासन दिया कि आगामी 23-24 फरवरी 2019 जीएमडीसी ग्राउंड, अहमदाबाद में एक भव्य राज्यस्तरीय (प्रदेश स्तरीय) कार्यक्रम गुजरात की पूण्य भूमि पर आयोजित किया जा रहा है। जिसमें पंथ प्रसिद्ध रागी एवं ढाडी जत्थे तथा पांचों तख्तों के सिंह साहिबानों को भी निमंत्राण दिया जाएगा तथा देश-विदेश की संगतों से भी आह्वान किया जाएगा कि इस पवित्र कार्य में भाग लेकर गुरुघर की खुशियां प्राप्त कर गुजरात सरकार को कृतार्थ करें।