कर-नाटक संकट: कांग्रेस के 4 विधायकों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्यवाही
कांग्रेस ने दल-बदल निरोधक कानून के तहत बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है.
बेंगलुरू: कर्नाटक में सियासी संकट गहराता जा रहा है. पार्टी के 5 विधायकों ने अभी तक बजट सत्र में हिस्सा नहीं लिया. पार्टी द्वारा व्हिप जारी करने के बाद भी रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली, बी नागेंद्र पार्टी और जेएन गणेश बैठक में हाजिर नहीं हुए. कांग्रेस ने दल-बदल निरोधक कानून के तहत बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि वह विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार से मुलाकात करेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि वह रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली और बी नागेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि इन चारों एवं जेएन गणेश को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस विधायकों ने पार्टी विधायक दल की बैठक में शिरकत की.
सिद्धारमैया ने कहा कि रोशन बेग और बीसी पाटिल नाम के दो विधायकों ने भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इसके लिए पूर्व अनुमति ले ली थी. हाल में एक रिजॉर्ट में अपने एक साथी विधायक के साथ हुई कथित झड़प के बाद गणेश को फरार घोषित कर दिया गया है. सिद्धारमैया ने कहा कि चार विधायकों ने उन्हें पत्र भेजकर कहा था कि वे विधानसभा के पूरे बजट सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
इस बीच, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भाजपा द्वारा सरकार गिराने की कोशिश किए जाने के अपने दावे को पुख्ता बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक ऑडियो क्लिप जारी कर दी. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दो ऑडियो क्लिप ऐसी हैं जिनमें येदियुरप्पा और जेडीएस विधायक नागनगौड़ा के बेटे शरण गौड़ा के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड है. येदियुरप्पा पर आरोप है कि वह धन का लालच देकर नागनगौड़ा को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे थे.
कुमारस्वामी के साथ मौजूद शरण ने बताया कि येदियुरप्पा ने किस तरह उसके पिता को लालच देने के लिए फोन पर उससे संपर्क साधा और देवदुर्गा में उसे मिलने को कहा. प्रेस कांफ्रेंस में एक अस्पष्ट क्लिप का एक ही हिस्सा सुनाया गया. क्लिप में एक पुरुष की आवाज सुनाई दे रही है जो धन और मंत्री पद की पेशकश कर रहा है. वह शरण गौड़ा को आश्वस्त कर रहा है कि यदि दल-बदल निरोधक कानून के तहत घेरा गया तो स्पीकर और न्यायाधीशों को ‘संभाल लिया जाएगा.’
इस पर पलटवार करते हुए येदियुरप्पा ने ऑडियो क्लिप को ‘‘फर्जी’’ करार दिया और कहा कि ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ सुनाई गई है. उन्होंने कहा कि नागनगौड़ा को लालच देने के लिए उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की है. येदियुरप्पा ने कहा कि वह मंदिर में दर्शन के लिए देवदुर्गा गए थे और फिर शहर लौट आए थे. उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी ड्रामा कर रहे हैं और अपनी नाकामियां छुपाने की कोशिश कर रहे हैं. येदियुरप्पा ने कहा कि अगर आरोप साबित हुए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
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