बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को दूसरे दिन बीजेपी विधायकों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. बीजेपी विधायकों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के पास बहुमत नहीं है. बुधवार को सदन की कार्यवाही में अनुपस्थित रहने वाले कांग्रेस के नौ विधायक गुरुवार को भी सदन में मौजूद नहीं रहे. अध्यक्ष केआर रमेश कुमार के सदन में प्रवेश करते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा किया.
कुमार के सीट पर बैठने और कार्यवाही शुरू करने से पहले ही बीजेपी विधायकों ने ‘सीएम वापस जाओ, सीएम वापस जाओ’, ‘सीएम इस्तीफा दो, सीएम इस्तीफा दो’, ‘बिना बहुमत की सरकार जाओ’, और ‘एकता नहीं, बहुमत नहीं’ के नारे लगाए. प्रदर्शनरत विधायकों ने अध्यक्ष के अनुरोध को नहीं माना जिसके कारण उन्होंने दस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन जारी रहा जिससे कारण अध्यक्ष ने शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की सरकार 2019-2020 बजट पेश करेगी. कर्नाटक विधान परिषद में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली जहां बीजेपी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और उन्होंने यह कहते हुए नारेबाजी की कि सरकार के पास बहुमत नहीं है.
असंतुष्ट कांग्रेस विधायक उमेश जाधव, महेश कुमातल्ली, रमेश जारकीहोली और बी नागेंद्र दूसरे दिन भी सदन से अनुपस्थित रहे और उनसे संपर्क नहीं हुआ. ऐसी खबर है कि ये विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. फरार कांग्रेस विधायक जे एन गणेश भी सदन से अनुपस्थित रहे. पुलिस साथी विधायक आनंद सिंह से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के मामले में गणेश की तलाश कर रही है.