पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच यहां सोमवार की रात को हुई मुलाकात ने कांग्रेस नेताओं को बेचैन कर दिया है.
“हम दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है, कोई कड़वाहट नहीं है, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो चुनाव के समय की कड़वाहट को लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं. जैसा कहा जाता है कि रात गई बात गई. इसलिए आगे की सोचना होगा.” ज्योतिरादित्य सिंधिया
“इस मुलाकात से हतप्रभ हूं, चौहान ने तो कभी शिष्टाचार नहीं निभाया, मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रेम कैसे उमड़ आया.” अजय सिंह
भोपाल: पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच यहां सोमवार की रात को हुई मुलाकात ने कांग्रेस नेताओं को बेचैन कर दिया है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह तो इस मुलाकात से हैरान हैं. सिंधिया और चौहान की मुलाकात को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंगलवार के संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “इस मुलाकात से हतप्रभ हूं, चौहान ने तो कभी शिष्टाचार नहीं निभाया, मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रेम कैसे उमड़ आया.”
सिंधिया सोमवार की रात दिल्ली से भोपाल पहुंचे और अचानक पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के आवास पर गए. दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में लगभग 45 मिनट बातचीत हुई. इस मुलाकात को लेकर राजनीति के गलियारों में चर्चाएं जारों पर है. मुलाकात के बाद सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, “हम दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है, कोई कड़वाहट नहीं है, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो चुनाव के समय की कड़वाहट को लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं. जैसा कहा जाता है कि रात गई बात गई. इसलिए आगे की सोचना होगा.”
सिंधिया ने आगे कहा, “मध्य प्रदेश का भविष्य संवारना है, उज्ज्वल करना है, इसलिए हमें सबको साथ लेकर चलना है, खासकर कांग्रेस की जिम्मेदारी है क्योंकि वह सत्ता में है. चुनाव मैदान में कश्मकश होती है, मगर चुनाव के बाद सबको मिलकर साथ काम करना चाहिए.”
सिंधिया ने चौहान के साथ हुई बातचीत को अच्छा बताते हुए कहा, “वे हमारे राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं, उनसे मिलने आया था, बहुत सारी बातें हुईं.”
सिंधिया से जब सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस को विपक्ष का साथ मिलेगा? तब उन्होंने कहा कि विपक्ष को हमेशा अच्छी चीजों का साथ देना चाहिए और कमियों को उजागर करना चाहिए. देश के प्रजातंत्र में विपक्ष की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है, जितनी सत्तापक्ष की होती है. केंद्र में बतौर विपक्ष कांग्रेस का महत्वपूर्ण योगदान है, अपेक्षा है कि इसी तरह का राज्य में भाजपा का रहेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने भी इस मुलाकात को सौजन्य मुलाकात करार दिया है. इससे पहले चौहान का मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर जाना और सिंधिया व कमलनाथ द्वारा चौहान का गर्मजोशी से स्वागत खासा चर्चाओं में रहा था. अब यह मुलाकात सियासी गलियारों में चर्चा में है.