‘राजेश कालिया’ – चंडीगढ़ के नए मेयर
बागी प्रत्याशी सतीश कैंथ को हराकर राजेश कालिया ने मारी बाजी
- कालिया को नगर निगम की कमान
- कुल 27 में से राजेश कालिया को 16, कैंथ को मिले 11 वोट
- कांग्रेस प्रत्याशी शीला फूल सिंह ने मतदान से पहले लिया नाम वापस
चंडीगढ़।
नगर निगम मेयर चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को हुए चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राजेश कालिया ने बाजी मार ली है। उन्हें कुल 27 में से 16 वोट मिले जबकि बागी प्रत्याशी सतीश कैंथ को 11 वोट हासिल हुए। मतदान से ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी शीला फूल सिंह ने अपना नाम वापस ले लिया था।
बता दें कि बीजेपी की ओर से राजेश कालिया को प्रत्याशी घोषित किए जाने और बीजेपी के बागी हुए पार्षद सतीश कैंथ के चुनाव लडऩे पर अड़ जाने से मेयर चुनाव को लेकर शहर में पिछले कई दिनों से सियासी पारा चढ़ा हुआ था। कैंथ को मनाने की बीजेपी के तमाम दिग्गजों की कोशिशें नाकाम साबित हुई थीं। आखिरकार शुक्रवार को हुए मतदान के बाद राजेश कालिया को मेयर चुन लिया गया। बीजेपी की ओर से मेयर के लिए राजेश कालिया, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए शिअद के हरदीप सिंह और डिप्टी मेयर के लिए कंवरजीत राणा को उम्मीदवार बनाया गया था जबकि कांग्रेस ने मेयर पद के लिए शीला फूल सिंह, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरबख्श रावत और डिप्टी मेयर के लिए रविंदर कौर को मैदान में उतारा था। कांग्रेस के नगर निगम में मात्र चार पार्षद होने के कारण बीजेपी उम्मीदवारों का चुना जाना तय था, लेकिन बीजेपी पार्षद सतीश कैंथ के बतौर बागी प्रत्याशी मेयर पद के लिए मैदान में उतरने से मुकाबला रोचक हो गया था।
इस बीच कालिया के प्रत्याशी तय होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप के सिलसिले ने भी शहर के सियासी माहौल को गरमाए रखा। राजेश कालिया पर पुलिस फाइल में नोन बैड करेक्टर होने का ठप्पा होने और उनके खिलाफ अलग-अलग मामलों में केस चल रहे होने के कारण विपक्ष के साथ-साथ कई सामाजिक संगठनों ने भी उनको मेयर पद का उम्मीदवार बनाए जाने का जमकर विरोध किया, लेकिन बीजेपी हाई कमान द्वारा उनके नाम पर मुहर लगने के बाद पार्टी ने प्रत्याशी बदलने से साफ इनकार कर दिया था।
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