कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है और इससे हम दूसरों के भाग्य में भी परिवर्तन ला सकते है-डा. राकेश गुप्ता
पंचकूला, 15 जनवरी:
मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता ने कहा है कि बच्चे राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति है उनमें असीम साहस होता है यदि उन्हें प्रारम्भिक जीवन से अच्छे संस्कार एवं शिक्षा मिलेे तो वे आगे चलकर राष्ट्र के अच्छे नागरिक बनकर एक आर्दश समाज एवं राष्ट्र के नवनिर्माण में अहम भूमिका निभा सकते है।
डा. गुप्ता जिला सचिवालय के सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ शिक्षा से जुड़े हुए अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें पंचकूला को शिक्षा के क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक दिशा दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। शिक्षकों पर बच्चों का पूर्ण विश्वास होता है। वे बच्चों को उसके स्तर पर ले जाकर स्कूल के साथ साथ जिला व प्रदेश में ही सक्षम नहीं बना सकते बल्कि उन्हेें राष्ट्रीय स्तर पर काबिल बना सकते है। उन्होंने कहा कि बच्चे की कामयाबी का श्रेय सर्वप्रथम शिक्षक को ही जाता है। लेकिन वर्तमान समय में शिक्षक अपना दायित्व भली प्रकार से निर्वहन नहीं करते। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को दूसरों की आलोचना की बजाय बेहतर कार्य करना चाहिए और पूरी निष्ठा, लग्न और दृढ ईच्छा के साथ समाज सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने से हमारा दायित्व भी पूरा होगा और हमें आत्मिक संतुष्टि भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें समाजसेवा का मौका मिला है जबकि प्राईवेट क्षेत्र में व्यक्ति इस तरह समाजसेवा नहीं कर सकता। हमें समाजसेवा के साथ साथ सरकार मेहनताना भी देती है। इसलिए हमारा जीवन दूसरों की भलाई के लिए समर्पित होना चाहिए।
परियोजना निदेशक ने कहा कि यह पहला मौका है जिसमें उच्च स्तर पर मुख्यमंत्री भी बेहतर शिक्षा के सुधार के लिए रूचि ले रहे है। इसलिए शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वे नैतिक जिम्मेदारी लेकर बच्चों के साथ अच्छा तालमेल बनाए और उन्हें हर हालत में उस स्तर पर लेकर आएं जहां वर्तमान में होना चाहिए तभी हम जिला को सक्षम बनाने की दिशा मंे अच्छे परिणाम लाने में समर्थक होगें। उन्होंने करनाल से डीपीसी सपना जैन की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस बैठक में अपने अनुभव एवं विचारों को सांझा किया है इससे पंचकूला सक्षम से जुड़े शिक्षकों को ऊर्जा मिली है। उन्होंने शिक्षकों को परामर्श देते हुए कहा कि उनके बताए हुए अनुभवों को प्रशस्त मार्ग का अनुसरण करते हुए निष्ठा, लग्न और इमानदारी के साथ जो लक्ष्य उन्हें दिया है उसे पूर्ण करें। क्योंकि कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी होती हैै। ऐसा करने से जिला को अवश्य ही समक्ष बना सकेंगें।
डा. गुप्ता ने पिंजौर, मोेरनी, रायपुर रानी, बरवाला खण्ड के बीईओ, बीआरसी, एबीआरसी से विस्तार से बातचीत की और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यदि टीम वर्क के तौर पर कार्य करेंगें तो अवश्य ही हमें सफलता मिलेगी और इस बार जिला को अवश्य ही सक्षम बनाएगें। कमजोर बच्चों का चयन कर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास किया जाये और शिक्षक उनके स्तर को निखारने का पूर्ण सहारा बने।
इस अवसर पर उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि वे स्वंय एवं अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा समय समय पर सक्षम को लेकर बैठक आयोजित करते रहते हैं लेकिन परियोजना निदेशक डा. राकेश गुप्ता की अध्यक्षता में सक्षम को लेकर जो बैठक हुई उससे हमें और समस्त टीम को ऊर्जा मिली है और आवश्यक ही इस दिशा में सकारात्मक परिणाम सामने आएगें। उन्होंने विश्वास दिलवाया कि सक्षम से जुडे सभी अधिकारी पूर्ण जिम्मेदारी को लेकर अपने दायित्वोें का निर्वहन करेंगें और आपसी तालमेल से टीम वर्क कर 18 फरवरी को अवश्य ही जिला को सक्षम बनाएगें।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा ने कहा कि उन्होंने स्वंय 14 जनवरी को सक्षम के संबध में संबधित अधिकारियों की बैठक आयोजित की थी लेकिन आज की बैठक से उन्हें महसूस हुआ है कि अधिकारियों में नई ऊर्जा का सृजन हुआ है। इसके साथ साथ उन्होंने करनाल की सपना जैन के विचारोे व अनुभवों को सांझा करने की दिशा में उनका आभार प्रकट किया कि सक्षम को लेकर उन्हें जो ज्ञानवर्धक जानकारी इस बैठक में दी है हम उनका अनुसरण कर अवश्य ही अंतिम चरण में सक्षम करने में बैस्ट देंगें।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एच एस सैनी, एसटीपी हरियाणा प्रोजैक्ट डैरेक्टर कर्नल संदीप, पूनम, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सरोज, सिंधुजा, अंकित जैन व अन्य अधिकारियों ने सक्षम को लेकर अपने विचार सांझे किए और सक्षम के संबंध में की जा रही विभिन्न गतिविधयों की जानकारी दी।