2 वर्ष बीतने के बाद भी सरकार के पास कोई योजना नही : विजय बंसल
बिना किसी भविष्य योजना के एचएमटी को बन्द करना निंदनीय भाजपा को कर्मचारियों व जनता से नही कोई सरोकार
एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक व पूर्व चेयरमेन हरियाणा सरकार विजय बंसल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बिना किसी भविष्य योजना के एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को बन्द करने का काम किया है।बंसल द्वारा आरटीआई में प्राप्त सूचना के आधार पर 2 वर्ष बीतने के बाद भी , अब तक कोई योजना नही बनाई गई है,अभी भी सरकार व एचएमटी मैनेजमेंट कागजो में एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को या तो किसी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निजी कम्पनों को बेचने की बात करती है, या फिर किसी कम्पनी को लीज पर देने की बात करती है परन्तु 2 वर्ष बीतने के बाद भी अब तक धरातल पर कोई योजना अमल में नही लाई गई।विजय बंसल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार को जनता व कर्मचारियों से कोई सरोकार नही है।जब एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को बन्द करने की योजना बनाई जा रही थी तभी बंसल ने कहा थी कि बन्द होने के बाद इस यूनिट को चलाने के लिए सरकार के पास कोई योजना नही है।2 वर्ष बीतने के बाद भी सरकार ज्यो की त्यों है तथा अब तक न तो कोई इस फेक्ट्री को रिवाइव किया गया व न ही बंसल द्वारा दिए गए विजिनरी डॉक्यूमेंट पर विचार किया गया जिससे इस ट्रेक्टर प्लांट को जनहित में बेहतर रूप से उपयोग किया जा सकता था।
विजय बंसल ने नरेंद्र मोदी,प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन भेज कर मांग करी है कि या तो एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट को पुनः शुरू किया जाए या फिर यहां अन्य सरकारी उपकरण जैसे मिनी ट्रेक्टर प्लांट फेक्ट्री,इंजन उत्पादन यूनिट,आर्म्स फेक्ट्री,रेल कोच फेक्ट्री,आईआईटी या फिर अन्य बड़ी फेक्ट्री लगाकर युवाओ को रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जाए।
बंसल ने आरोप लगाया कि एचएमटी व सरकार की मिलीभगत से पहले एचएमटी को बन्द किया गया,अब सरकार द्वारा जमीन को एचएमटी को दिया गया,फिर जमीन को खुर्द बुर्द करने के लिए अपर्याप्त व गैर संबंधित प्रोजेक्ट्स को लगाने के लिए स्वीकृति दी गई और प्रदेश की जनता के पैसे को बर्बाद करने के लिए व कॉरपोरेट मित्रो को फायदे पहुंचाने के लिए एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया।
भाजपा के देश व प्रदेश में शासन के साढ़े 4 वर्ष पूरे हो गए है जोकि पूरी तरह विफल साबित हुए है।एक तरफ जहां सरकार मेक इन इंडिया व स्किल्ड इंडिया की बात करती है वही विश्वस्तरीय भारतीय उत्पादों व उद्योगों को बंद करने में कोई कसर नही छोड़ रही।एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल ने भाजपा सरकार की साढ़े 4 वर्ष कार्यशैली पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार है, केंद्र में हरियाणा से सम्बंधित 6 मंत्री है व राज्य में शिवालिक क्षेत्र से 4 मंत्री-10 विधायक है जबकि स्थानीय विधायक व सांसद भाजपा से है , परन्तु एचएमटी को बचाने में तथा भाजपा के चुनावी वायदों को पूरा करने में सभी विफल साबित हुए है।सन 1962 में तत्कालीन मुख्यमंत्री, संयुक्त पंजाब स्व प्रताप सिंह केरोंन ने एचएमटी को उद्योग लगाने के लिए 846 एकड़ भूमि निशुल्क दी थी।
एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल ने विज़न डॉक्यूमेंट , प्रधानमंत्री भारत सरकार को प्रस्ताव करते हुए भेजा था जिससे यहां मिनी ट्रेक्टर व इंजन आदि का उत्पादन किया जा सकता था परन्तु सरकार की जनविरोधी नीति के चलते व निजीकरण की नजर से व बिल्डर्स मित्रो को फायदा पहुंचाने हेतु इस सूरत में कोई काम नही किया गया।वही मोदी सरकार ने गुजरात मे छोटे ट्रेक्टर बनाने हेतु प्लांट लगाए परन्तु एचएमटी जैसे विश्वस्तरीय प्लांट को बंद कर दिया गया।यहा छोटे ट्रेक्टरों का उत्पादन किया जा सकता था जबकि स्थानीय भाजपाई नेतृत्व कमजोर होने के कारण फेक्ट्री को बंद किया गया।एचएमटी ट्रेनिंग सेंटर में प्रति वर्ष सेकड़ो नौजवान व सेवानिवृत जवान ट्रेनिंग लेकर स्वरोजगार व अन्य रोजगार के अवसर पैदा करते है।स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत आईआईटी एवं तकनीकी विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जा सकता है क्योंकि 2016 में केपिटल गुड्स स्किल काउंसिल ने उच्च ट्रेनिंग सेंटर का दर्जा दिया था।उत्तराखंड व हिमाचल के भांति शिवालिक क्षेत्र को औद्योगिक पैकेज दिया जाना चाहिए।हरियाणा सरकार ने अपनी लगभग 400 एकड़ जमीन , एचएमटी कम्पनी के नाम करके स्वामी बना दिया है जिससे एचएमटी कम्पनी को जमीन व मशीनरी आदि बेचने का अधिकार मिल गया है क्योंकि इसी तरह 1997 में तत्कालीन केंद्र में भाजपा सरकार व हरियाणा में भाजपा-हविपा गठबंधन की सरकार ने भूपेंद्र सीमेंट कम्पनी को बंद कर दिया था।एसीसी कम्पनी ने अरबो की 122 एकड़ जमीन प्राइवेट बिल्डर्स को बेच दी व जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया।सन 2000 सरकार में औरंगाबाद में तत्कालीन एनडीए सरकार ने एचएमटी प्लांट को बंद करने के आदेश दिए थे जबकि मजबूत नेतृत्व होने के कारण महाराष्ट्र में फेक्ट्री अभी भी चल रही है।भाजपा नेता व सरकार द्वारा कर्मचारियों को एछीक सेवा निवृत्त लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि उद्योग लगाने की बजाय स्थानीय व कमजोर भाजपाई नेतृत्व द्वारा कभी चिड़िया घर तो कभी पंचकूला से पिंजोर सेब मंडी शिफ्ट करने की मांग व दावे करके जनता को गुमराह किया जा रहा है बल्कि यहाँ सेब की पैदावार नही है व स्थानीय किसानों व लोगो को इसका कोई लाभ नही है।साथ ही गत वर्ष भाजपा नेताओ द्वारा कालका को औद्योगिक पिछड़ा क्षेत्र घोषित कराने की वाहवाही लूटी जबकि यहाँ उद्योग लगने चाहिए थे परन्तु यहां से उद्योग पलयन कर गए।शिक्षित युवा साथ लगते हिमाचल के क्षेत्र में कम वेतन पर काम करने को मजबूर है इसीलिए यहाँ नशो का कारोबार बढ़ता जा रहा है।