बिल्डर के आगे नाकाम सरकारी नीतियाँ
हल्का डेराबस्सी के गांव नगला में पंचायती जमीन का विवाद दिन प्रतिदिन थमने का नाम नहीं ले रहा
(देव शर्मा /कमल कलसी )
जिलेटिन फैक्ट्री के मालिक रजींदरपाल सिंह रंधावा का कहना है जिन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते गंभीर आरोप लगाते हुऐ उन्होंने कहा यह बिल्डर की तरफ से पंचायती जमीन पर नाजायज तौर से कब्जा करके और उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर गलत तरीके से कागजात बनवाए हैं इसके साथ ही आरोप यह भी लगाए हैं कि जब भी किसी उच्च अधिकारी के पास प्रोजेक्ट की शिकायत के लिए जाते हैं तो कुछ उच्च अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण इन पर कार्रवाई नहीं होती ।
जब इस बारे बिल्डर से बात की गई तो एक तरफ बिल्डर का कहना है कि उसके पास जरूरी दस्तावेज है वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के ई ओ गिरीश वर्मा ने यह माना कि उनके पास बिल्डिंग बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं है जिस कारण हमने वह प्रोजेक्ट पर चलता हुआ काम बंद भी करवाया है
वहीं जब पत्रकारों की टीम ने जाकर वहां देखा वहां दो दिन से काम लगातार चल रहा है जब मौके पर बिल्डिंग इंस्पेक्टर गुरप्रीत वहां आए तो वहा काम करने वाले मजदूर काम छोड़कर खिसक गए और यहां तक कि वहां खड़े एक व्यक्ति ने कहा यह मेरी जमीन है मैं अपनी जमीन पर बैठने के लिए या सोने के लिए कुछ भी बना सकता हूं मेरे यहां रखे हुए कर्मचारी कहां बैठेंगे और फिर वह अपनी सफाई में कहने लगे कि हम यह टेंपरेरी बना रहे हैं जबकि टेंपरेरी काम कुछ नहीं लग रहा था वहां सीमेंट और ईटो से चुनाई की जा रही थी और यहां तक कि वह बिल्डिंग इंस्पेक्टर गुरप्रीत से उलझते हुए नजर आए यहां तक कि उनके कर्मचारियों ने मीडिया को कवरेज करने से रोकने की कोशिश की ।