शिवसेना के कैबिनेट मंत्री रामदास कदम ने कहा कि एनडीए को लेकर उद्धव ठाकरे फैसला लेंगे जबकि उद्धव ठाकरे ने तो उसी दिन फैसला ले लिया था जब अमित शाह उनके घर के दरवाज़े पर आधा घंटा इंतज़ार करते रहे और बड़े ही एहसान से मिले
महाराष्ट्र मे एनडीए गठबंधन की गांठ किसी भी वक्त खुल सकती है. शिवसेना और बीजेपी के बीच तकरार सातवें आसमान पर है. इन सबके बीच शिवसेना ने लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) अकेले लड़ने की बात दोहराते हुए बीजेपी के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है. दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव में विपक्षी पार्टियों समेत शिवसेना को भी सियासी पटखनी का मजा चखाने का ऐलान किया था. कहा जा रहा है कि इसी बयान पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बीजेपी पर बिफरे हुए हैं.
शिवसेना के कैबिनेट मंत्री रामदास कदम ने कहा कि एनडीए को लेकर उद्धव ठाकरे फैसला लेंगे. लेकिन, अमित शाह महाराष्ट्र में आकर शिवसेना को दफन करने की बात करते हैं. हम बीजेपी को जमीन में गाड़ देंगे चुनाव आने दीजिये. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एनडीए का घटक दल शिवसेना लगातार बीजेपी से बिना हाथ मिलाये चुनावी समर मे दो-दो हाथ करने की बात लगातार दोहरा रहा है. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना के जरिये लगातार पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर सियासी तीर दाग रहे हैं.
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के लातूर मे शिवसेना को चुनाव में पटखनी देने का ऐलान किया था. अमित शाह ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी विपक्षी दलों को परास्त कर देगी. साथी दल अगर साथ नहीं आये तो उन्हें भी चुनाव में गाड़ (दफन) देगी.” इसी बैठक में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना की नाराजगी को लेकर कहा था कि शिवसेना अगर साथ नहीं आई तो भी बीजेपी सूबे की 48 में से 40 सीटों पर अपने दम पर जीतने में सक्षम होगी. बीजेपी की इन्हीं बयानबाजी से उद्धव ठाकरे खेमा बीजेपी पर हमलावर है.
महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. 23 पर बीजेपी का कब्जा है जबकि 18 शिवसेना के कब्जे में हैं. सूबे में कांग्रेस की झोली मे महज दो और एनसीपी के पास 4 लोकसभा सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था. शिवसेना ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था जबकि बीजेपी ने 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.