सीरीज में तीन शतकों सहित कुल 521 रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा मैन ऑफ द सीरीज रहे प्रधान मंत्री मोदी ने ट्वीट कर दिया बधाई संदेश
A historic cricketing accomplishment in Australia!
Congratulations to the Indian Cricket Team for the hard-fought and richly deserved series victory.
The series witnessed some memorable performances and solid teamwork.
Best wishes for the various games ahead.52.6K12:01 PM – Jan 7, 2019
लगातार दो दिन तक सिडनी का खराब मौसम भी उस स्याही को धो नहीं पाया, जिससे सोमवार को भारत के लिए इतिहास लिखा गया. बारिश के कारण मजबूत स्थिति होने के बावजूद भले ही भारत को सिडनी टेस्ट में ड्रॉ से संतोष करना पड़ा हो, लेकिन टीम के लिए सोमवार का दिन जश्न मनाने वाला रहा. ठीक 71 साल एक माह और 10 दिन साल कोई एशियन टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत पाई. विराट कोहली की अगुआई में भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की.
सीरीज में तीन शतकों सहित कुल 521 रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा मैन ऑफ द सीरीज रहे और इसके साथ ही वह ऑस्ट्रेलिया में मैन ऑस्ट्रेलिया द सीरीज बनने वाले भारत के पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं.
‘विराट सीरीज’ जीत से चूकी टीम
चार टेस्ट मैचों की सीरीज भारत ने 2-1 से जीती. सिडनी टेस्ट में जीत के करीब होने के बावजूद टीम बड़ी जीत से चूक गई. 622 रन पर पहली पारी घोषित करने के बाद भारत ने मेजबान की पहली पारी को 300 रन पर ही रोक दिया और फॉलोऑन खेलने पर मजबूर कर दिया था. टीम के पास सीरीज जीत के अंतर को 31 करने का मौका था, लेकिन पांचवें दिन के खेल में बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मैच को ड्रॉ घोषित कर दिय गया. सिडनी टेस्ट का चौथा दिन भी बारिश से प्रभावित रहा था और सिर्फ 25.2 ओवर का ही खेल हो सका था.
टीम इंडिया के लिए खास हैै सिडनी
वैसे सिडनी क्रिकेट ग्राउंड को सचिन क्रिकेट ग्राउंड भी कहा जाता है.सचिन की 2004 में यहां खेली गई नाबाद 241 रन की पारी तो सबको याद ही होगी. भारत के लिए सिडनी का यह ग्राउंड उनके किसी घरेलू मैदान से कतई कम नहीं है. सिडनी ने टीम ने अपने बेहतरीन बल्लेबाजी और आक्रामक गेंदबाजी से यह एक बार तो यह बता दिया था कि सिडनी में वह मेहमान नहीं हैं. एससीजी पर बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. भारतीय टीम ने इससे पहले 2004 में इसी मैदान पर सात विकेट पर 705 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी. 622 रन भारत का ऑस्ट्रेलिया में ओवरऑल दूसरा सबसे बड़ा स्कोर भी है.
पुजारा चूके तो पंत ने लय हासिल की
चेतेश्वर पुजारा यहां विदेशी जमीं पर अपने दोहरे शतक के काफी करीब थे, लेकिन 193 रन ही बना सके. हालांकि विदेश में पुजारा का यह सर्वोच्च स्कोर बना.ससे पहले पुजारा का सर्वोच्च स्कोर 153 रन का था, जो उन्होंने 2013 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ और 2017 में श्रीलंका के खिलाफ बनाए थे. यही नहीं पुजारा इस श्रृंखला में 1200 से अधिक गेंदें खेल चुके हैं. राहुल द्रविड़ ने 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1203 गेंदें खेली थी, लेकिन अब यह रिकॉर्ड पुजारा के नाम पर है. सिडनी में खेली गई शतकीय पारी ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में किसी भी भारतीय़ विकेटकीपर की पहली शतकीय पारी है बल्कि वह पहले ऐसे एशियाई विकेटकीपर बन गए जिनके बल्ले से इस धरती पर शतक निकला है. हालांकि कुमार संगकारा ने ऑस्ट्रेलिया में शतक जरूर जड़ा है लेकिन उस मैच में वह बतौर विकेटकीपर नहीं खेले थे.
पहले ही मैच में शामिल हो गए 5 विकेट क्लब में
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय अटैक ने काफी प्रभावित किया. मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने 33 रन पर 6 विकेट लिए तो सिडनी में चाइनामैन कुलदीप यादव छाए रह. ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर अपने पहले टेस्ट मैच में ही कुलदीप ने 5 विकेट झटक लिए. कुलदीप पिछले छह सालों में ऑस्ट्रेलिया में पांच विकेट लेने वाले पहले मेजबान स्पिन गेंदबाज भी हैं.