इस राशि का स्वामी शुक्र है। जो कि स्वगृही दृष्ट होने के कारण इस राशि के जातको के लिए प्रारम्भिक वर्ष में शुभप्रद होगा। सेहत अच्छी होगी व कारोबार को विस्तारित करने के अनुकूल अवसर पाप्त होगे। साथ ही में शनि मित्र से दृश्य होने के कारण भू-जायदाद में लाभ की स्थिति और मजबूत होगी। किन्तु शुक्र की अष्टम स्थिति के कारण जनवरी के तृतीय सप्ताह से छोटी-छोटी रूकावटे आ सकती हैं व सेहत में पीड़ाएं उभर सकती है। सितंबर के उत्तरार्द्ध में और वर्ष के अंत तक में इस राशि के जातकों को धन, कैरियर व स्वास्थ्य से संबंधित उतार-चढ़ाव देखने को प्राप्त होगे।
उपायः– इस राशि के जातकों को संबंधित अनिष्ट फल से बचने हेतु गौ पालन हेतु दान और सफेद वस्त्राभूषणों का दान, साथ ही में भगवान शिव का पूजन करना चाहिए।
2019 में वृषभ राशि के लिए ग्रह स्थितियां इस प्रकार रहेंगी
सूर्यः इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी से धर्म भाव में, 13 फरवरी को कर्म भाव में, 14 मार्च को लाभ भाव में, 14 अप्रैल को व्यय भाव में, 15 मई प्रथम भाव, 15 जून को द्वितीय भाव में, 16 जुलाई को तृतीय भाव में, 17 अगस्त को चतुर्थ भाव में, 17 सितम्बर को पंचम भाव में, 17 अक्टूबर को षष्ठ भाव में, 16 नवम्बर को सप्तम भाव में, 16 दिसम्बर को अष्टम भाव में संचरण करेगा।
चंद्रः चंद्र की गोचरीय तीव्रता होने के कारण सवा दो नक्षत्रों अर्थात् एक राशि का गोचरीय क्रम लगभग ढ़ाई दिनों में पूर्ण हो जाता है। अतएव चंद्रमा इसी तीव्रता क्रम से राशि चक्र में वर्ष पर्यन्त मेष से मीन पर्यन्त गोचर करेगा।
मंगलः मंगल इस वर्ष 05 फरवरी को व्यय भाव में, 22 मार्च को प्रथम भाव में, 07 मई को द्वितीय भाव में, 22 जून को तृतीय भाव में, 08 अगस्त को चतुर्थ भाव में, 25 सितम्बर को पंचम भाव में, 10 नवम्बर को षष्ठ भाव में, 25 दिसम्बर को दारा भाव में संचरण करेंगे।
बुधः 01 जनवरी को अष्टम भाव में, 20 जनवरी को भाग्य भाव में, 07 फरवरी को कर्म भाव में, 25 फरवरी को लाभ भाव, 03 मई को व्यय भाव में, 18 मई को प्रथम भाव में, 01 जून को द्वितीय भाव में, 20 जून को तृतीय भाव में, 26 अगस्त को चतुर्थ भाव में, 10 सितम्बर को पंचम भाव में 29 सितम्बर को षष्ठ भाव में, 23 अक्टूबर को दारा भाव 25 दिसम्बर को अष्टम भाव में संचरण करेंगे।
गुरूः इस वर्ष गुरू दारा भाव में गोचर करते हुए 29 मार्च को अष्टम भाव 22 अप्रैल को दारा भाव में 04 नवम्बर को अष्टम भाव में संचरण करेंगे।
शुक्रः शुक्र 01 जनवरी को दारा भाव में, 29 जनवरी अष्टम भाव में, 24 फरवरी को भाग्य भाव में 21 मार्च को कर्म भाव में, 15 अप्रैल को आय भाव में, 10 मई को व्यय भाव में, 04 जून को प्रथम भाव में, 28 जून को द्वितीय भाव में, 23 जुलाई को तृतीय भाव में, 16 अगस्त चतुर्थ भाव में, 09 सितम्बर को पंचम भाव में, 03 अक्टूबर को षष्ठभाव में, 28 अक्टूबर को दारा भाव में 21 नवम्बर को अष्टम भाव में 15 दिसम्बर को धर्मभाव में संचरण करेंगे।
शनिः शनि वर्ष पर्यन्त अष्टम भाव में गोचर करेंगे।
राहुः राहु इस वर्ष 06 मार्च तक तृतीय भाव इसके पश्चात् द्वितीय भाव में संचरण करेगा।
केतुः केतु इस वर्ष 06 मार्च तक धर्म भाव में इसके पश्चात् अष्टमभाव में संचरण करेगा।