Sunday, December 22

इस वर्ष 2019 में इस राशि के जातकों को वर्षारम्भ से संबंधित कार्य क्षेत्रों में तरक्की प्राप्त होगी। आपके सेवा क्षेत्रों में पदोन्नति के योग है। रूकी हुई योजनाओं को मूर्तरूप देने में प्रगति होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। हंसी-खुशी के पल और अधिक प्राप्त होगे। आमदनी का जरिया और मजबूत होगा। कला, साहित्य, फिल्म, निर्माण, उद्योग, उत्पादन, प्रबंधन के सबंधित कार्यों मे पद व गरिमा की वृद्धि के योग हैं। संतान पक्ष की उन्नति होगी। व निजी संबंधों में मधुरता का क्रम होगा। सेहत को खिलाए रखने में कामयाबी हासिल होगी। सरकारी व निजी क्षेत्रों की संस्थाओं से लाभ होगा। देवारधन में रूचि होगी। किन्तु शनि की साढ़े साती का प्रभाव वर्षपर्यन्त होने के कारण छोटी-छोटी परेशानियां भी आ सकती है। इस वर्ष अगस्त माह से गुरू के शत्रुराशि में संचरण करने से शुभ फलों में कमी होती नजर आएगी। फलस्वरूप इस राशि के जातकों को आजीविका व आमदनी बढ़ाने हेतु कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। विरोधियों से परेशानियां हो सकती हैं।

उपायः-भगवान विष्णु व श्रीगणेश जी का पूजन वंदन करना व करवाना चाहिए। गुरू ब्राह्मणों की सेवा तन व धन द्वारा करने से लाभ होगा।

2019 में धनु राशि के लिए ग्रह स्थितियां इस प्रकार रहेंगी

धनु राशि

सूर्यः इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी से द्वितीय भाव में, 13 फरवरी को तृतीय भाव में, 14 मार्च को चतुर्थ भाव में, 14 अप्रैल को पंचम भाव में, 15 मई षष्ठ भाव, 15 जून को सप्तम भाव में, 16 जुलाई को अष्टम भाव में, 17 अगस्त को धर्म भाव में, 17 सितम्बर को कर्म भाव में, 17 अक्टूबर को आय भाव में, 16 नवम्बर को व्यय भाव में, 16 दिसम्बर को प्रथम भाव में संचरण करेगा।

चंद्रः चंद्र की गोचरीय तीव्रता होने के कारण सवा दो नक्षत्रों अर्थात् एक राशि का गोचरीय क्रम लगभग ढ़ाई दिनों में पूर्ण हो जाता है। अतएव चंद्रमा इसी तीव्रता क्रम से राशि चक्र में वर्ष पर्यन्त मेष से मीन पर्यन्त गोचर करेगा।

मंगलः मंगल इस वर्ष 05 फरवरी को पंचम भाव में, 22 मार्च को षष्ठ भाव में, 07 मई को दारा भाव में, 22 जून को अष्टम भाव में, 08 अगस्त को धर्म भाव में, 25 सितम्बर को कर्म भाव में, 10 नवम्बर को आय भाव में, 25 दिसम्बर को व्यय भाव में संचरण करेंगे।

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बुधः 01 जनवरी को प्रथम भाव में, 20 जनवरी को द्वितीय भाव में, 07 फरवरी को तृतीय भाव में, 25 फरवरी को चतुर्थ भाव, 03 मई को पंचम भाव में, 18 मई को षष्ठ भाव में, 01 जून को दारा भाव में, 20 जून को अष्टम भाव में, 26 अगस्त को धर्म भाव में, 10 सितम्बर को कर्म भाव में 29 सितम्बर को आय भाव में, 23 अक्टूबर को व्यय भाव 25 दिसम्बर को प्रथम भाव में संचरण करेंगे।

गुरूः इस वर्ष गुरू व्यय भाव में गोचर करते हुए 29 मार्च को प्रथम भाव 22 अप्रैल को व्यय भाव में 04 नवम्बर को प्रथम भाव में संचरण करेंगे।

शुक्रः शुक्र 01 जनवरी को व्यय भाव में, 29 जनवरी प्रथम भाव में, 24 फरवरी को द्वितीय भाव में 21 मार्च को तृतीय भाव में, 15 अप्रैल को चतुर्थ भाव में, 10 मई को पंचम भाव में, 04 जून को षष्ठ भाव में, 28 जून को दारा भाव में, 23 जुलाई को अष्टम भाव में, 16 अगस्त को धर्म भाव में, 09 सितम्बर को कर्म भाव में, 03 अक्टूबर को आय भाव में, 28 अक्टूबर को व्यय भाव में 21 नवम्बर को प्रथम भाव में 15 दिसम्बर को द्वितीय भाव में संचरण करेंगे।

शनिः शनि वर्ष पर्यन्त प्रथम भाव में गोचर करेंगे।

राहुः राहु इस वर्ष 06 मार्च तक अष्टम भाव इसके पश्चात् सप्तम भाव में संचरण करेगा।

केतुः केतु इस वर्ष 06 मार्च तक द्वितीय भाव में इसके पश्चात् प्रथम भाव में संचरण करेगा।