नववर्ष 2019 इस राशि के जातको को कई मामलों में शुभप्रद होगा। वर्षारम्भ से ही लग्नेश में गुरू चंद का योग जातको को सेहत में सुधार देगा, चल रही पीड़ाओं का अंत होगा। कोई रूके हुए कार्य व व्यापार की योजनाओं को पुनः शुरू करने में मद्द प्राप्त होगी। जीवन निर्वाह के साधनों को उन्नत करने में वांछित सफलता प्राप्त होगी। संबंधित सेवा व व्यापार के क्षेत्रों में उन्नति होगी। इस वर्ष के मध्य भाग में पितृ पक्ष के मध्य तनाव व मानसिक आशान्ति उभरने की संभावना है। वर्ष के अंतिम भाग में इस राशि के जातकों को राहु शनि तथा मंगल के संबंधित गोचरों के कारण मिश्रित फल- जैसे-स्वास्थ्य में पीड़ाएं व विरोधियों से परेशानी, अदालती मामलों की भागदौड़ कार्य क्षेत्र में स्थान्तरण सम्मान की हानि व कभी वृद्धि जैसे फल प्राप्त होगे।
उपायः-अशुभ फल की समाप्ति हेतु जातकों को भगवान शिव, सूर्य की अर्चना व ब्रह्मणों को दान-दक्षिणा देना अनिष्ट फल को हटाने में कारगर होगा।
2019 में सिंह राशि के लिए ग्रह स्थितियां इस प्रकार रहेंगी
सूर्यः इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी से षष्ठ भाव में, 13 फरवरी को सप्तम भाव में, 14 मार्च को अष्टम भाव में, 14 अप्रैल को धर्म भाव में, 15 मई कर्म भाव, 15 जून को आय भाव में, 16 जुलाई को व्यय भाव में, 17 अगस्त को प्रथम भाव में, 17 सितम्बर को द्वितीय भाव में, 17 अक्टूबर को तृतीय भाव में, 16 नवम्बर को चतुर्थ भाव में, 16 दिसम्बर को पंचम भाव में संचरण करेगा।
चंद्रः चंद्र की गोचरीय तीव्रता होने के कारण सवा दो नक्षत्रों अर्थात् एक राशि का गोचरीय क्रम लगभग ढ़ाई दिनों में पूर्ण हो जाता है। अतएव चंद्रमा इसी तीव्रता क्रम से राशि चक्र में वर्ष पर्यन्त मेष से मीन पर्यन्त गोचर करेगा।
मंगलः मंगल इस वर्ष 05 फरवरी को धर्म भाव में, 22 मार्च को कर्म भाव में, 07 मई को आय भाव में, 22 जून को व्यय भाव में, 08 अगस्त को प्रथम भाव में, 25 सितम्बर को द्वितीय भाव में, 10 नवम्बर को तृतीय भाव में, 25 दिसम्बर को चतुर्थ भाव में संचरण करेंगे।
बुधः 01 जनवरी को पंचम भाव में, 20 जनवरी को षष्ठ भाव में, 07 फरवरी को दारा भाव में, 25 फरवरी को अष्टम भाव, 03 मई को धर्म भाव में, 18 मई को कर्म भाव में, 01 जून को आय भाव में, 20 जून को व्यय भाव में, 26 अगस्त को प्रथम भाव में, 10 सितम्बर को द्वितीय भाव में 29 सितम्बर को तृतीय भाव में, 23 अक्टूबर को चतुर्थ भाव 25 दिसम्बर को पंचम भाव में संचरण करेंगे।
गुरूः इस वर्ष गुरू चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए 29 मार्च को पंचम भाव 22 अप्रैल को चतुर्थ भाव में 04 नवम्बर को पंचम भाव में संचरण करेंगे।
शुक्रः शुक्र 01 जनवरी को चतुर्थ भाव में, 29 जनवरी पंचम भाव में, 24 फरवरी को षष्ठ भाव में 21 मार्च को दारा भाव में, 15 अप्रैल को अष्टम भाव में, 10 मई को धर्म भाव में, 04 जून को कर्म भाव में, 28 जून को आय भाव में, 23 जुलाई को व्यय भाव में, 16 अगस्त प्रथम भाव में, 09 सितम्बर को द्वितीय भाव में, 03 अक्टूबर को तृतीय भाव में, 28 अक्टूबर को चतुर्थ भाव में 21 नवम्बर को पंचम भाव में 15 दिसम्बर को षष्ठ भाव में संचरण करेंगे।
शनिः शनि वर्ष पर्यन्त पंचम भाव में गोचर करेंगे।
राहुः राहु इस वर्ष 06 मार्च तक व्यय भाव इसके पश्चात् आय भाव में संचरण करेगा।
केतुः केतु 06 मार्च तक षष्ठ भाव में इसके पश्चात् पंचम भाव में संचरण करेगा।