इस राशि के जातको को नववर्ष 2019 कैरियर के लिहाज से अनुकूल अवसर प्रदान करने वाला होगा। किन्तु धन मामलों मे प्रयासों को और तेज करना होगा। बुध की गोचरीय स्थिति के कारण फरवरी के दूसरे सप्ताह और मार्च में छोटी-छोटी परेशानियां हो सकती हैं। वर्ष के मध्य भाग में शारीरिक पीड़ाएं हो सकती हैं। कार्य क्षेत्र में कुछ विरोधी परेशानी दे सकते हैं। ग्रह गोचर के अनुसार वर्ष के अंतिम भाग में आमदनी में इजाफा होगा। सामाजिक जीवन मे मान-सम्मान प्राप्त होगा। रूकी हुई योजनाओं को मूर्तरूप देने पर विचार हो सकता है।
उपाय- अनिष्ट ग्रह की शांति हेतु देवाराधन तथा दान कर्म को जारी करना होगा।
2019 मे मिथुन राशि के लिए ग्रहों का गोचर
2019 में मिथुन राशि के लिए ग्रह स्थितियां इस प्रकार रहेंगी
सूर्यः इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी से अष्टम भाव में, 13 फरवरी को धर्म भाव में, 14 मार्च को कर्म भाव में, 14 अप्रैल को आय भाव में, 15 मई व्यय भाव, 15 जून को प्रथम भाव में, 16 जुलाई को द्वितीय भाव में, 17 अगस्त को तृतीय भाव में, 17 सितम्बर को चतुर्थ भाव में, 17 अक्टूबर को पंचम भाव में, 16 नवम्बर को षष्ठ भाव में, 16 दिसम्बर को सप्तम भाव में संचरण करेगा।
चंद्रः चंद्र की गोचरीय तीव्रता होने के कारण सवा दो नक्षत्रों अर्थात् एक राशि का गोचरीय क्रम लगभग ढ़ाई दिनों में पूर्ण हो जाता है। अतएव चंद्रमा इसी तीव्रता क्रम से राशि चक्र में वर्ष पर्यन्त मेष से मीन पर्यन्त गोचर करेगा।
मंगलः मंगल इस वर्ष 05 फरवरी को आय भाव में, 22 मार्च को व्यय भाव में, 07 मई को प्रथम भाव में, 22 जून को द्वितीय भाव में, 08 अगस्त को तृतीय भाव में, 25 सितम्बर को चतुर्थ भाव में, 10 नवम्बर को पंचम भाव में, 25 दिसम्बर को षष्ठ भाव में संचरण करेंगे।
बुधः 01 जनवरी को सप्तम भाव में, 20 जनवरी को अष्टम भाव में, 07 फरवरी को धर्म भाव में, 25 फरवरी को कर्म भाव, 03 मई को आय भाव में, 18 मई को व्यय भाव में, 01 जून को प्रथम भाव में, 20 जून को द्वितीय भाव में, 26 अगस्त को तृतीय भाव में, 10 सितम्बर को चतुर्थ भाव में 29 सितम्बर को पंचम भाव में, 23 अक्टूबर को षष्ठ भाव 25 दिसम्बर को दारा भाव में संचरण करेंगे।
गुरूः इस वर्ष गुरू षष्ठ भाव में गोचर करते हुए 29 मार्च को दारा भाव 22 अप्रैल को षष्ठ भाव में 04 नवम्बर को दारा भाव में संचरण करेंगे।
शुक्रः शुक्र 01 जनवरी को षष्ठ भाव में, 29 जनवरी दारा भाव में, 24 फरवरी को अष्टम भाव में 21 मार्च को धर्म भाव में, 15 अप्रैल को कर्म भाव में, 10 मई को आय भाव में, 04 जून को व्यय भाव में, 28 जून को प्रथम भाव में, 23 जुलाई को द्वितीय भाव में, 16 अगस्त तृतीय भाव में, 09 सितम्बर को चतुर्थ भाव में, 03 अक्टूबर को पंचम भाव में, 28 अक्टूबर को षष्ठ भाव में 21 नवम्बर को दारा भाव में 15 दिसम्बर को अष्टम भाव में संचरण करेंगे।
शनिः शनि वर्ष पर्यन्त दारा भाव में गोचर करेंगे।
राहुः राहु इस वर्ष 06 मार्च तक द्वितीय भाव इसके पश्चात् प्रथम भाव में संचरण करेगा।
केतुः केतु इस वर्ष 06 मार्च तक अष्टम भाव में इसके पश्चात् दारा में संचरण करेगा।